मेरठ न्यूज़: केंद्र सरकार की ओर से संचालित कुसुम सी-1 योजना को लागू करने की कवायद तेज हो गई है। इसके अंतर्गत जिलेवार सीडीओ से निजी नलकूप चलाने वाले किसानों का विवरण उपलब्ध कराने को कहा गया है। इस योजना के तहत किसानों को सब्सिडी पर सोलर पंप उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके लिए यूपी सरकार की ओर से बिजली/डीजल से चलने वाले पंप के स्थान पर सोलर पंप लगाए जाएंगे। इसके लिए किसानों को सब्सिडी दी जाएगी जिससे किसान बहुत ही कम खर्च में सोलर पंप स्थापित कर पाएंगे।
नेडा के परियोजना प्रभारी प्रमोद भूषण शर्मा ने बताया कि इस संबंध में निदेशक यूपीनेडा अनुपम शुक्ल ने सीडीओ के माध्यम से जिलेवार निजी आॅनग्रिड पम्प के लाभार्थी किसानों का विवरण उपलब्ध कराने को कहा है। उन्होंने बताया कि सोलर पंप योजना के तहत किसानों को सब्सिडी पर सोलर पंप उपलब्ध कराएं जाते हैं, ताकि किसानों को सिंचाई कार्य में आसानी हो सके।
सोलर पंप अब 90 प्रतिशत तक सब्सिडी का लाभ किसानों को प्रदान किया जाएगा। इससे किसानों को अब सस्ती दर पर सिंचाई के लिए सोलर पंप उपलब्ध हो सकेंगे। इसका लाभ किसानों को पांच वर्ष की अवधि तक दिए जाने पर सहमति दी गई है। केंद्र सरकार की ओर से संचालित पीएम कुसुम योजना के घटक सी-1 में किसानों को उनके अपने स्तर से स्थापित नलकूपों पर सोलर उर्जीकरण करने पर केंद्र सरकार की ओर से 30 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है।
इस योजना को प्रदेश में प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए उत्तर प्रदेश में आवासित मुसहर, वनटांगिया तथा अनुसूचित जनजाति के किसानों को केंद्र सरकार की ओर से निर्धारित अनुदान के अलावा 70 प्रतिशत और अनुदान दिया जाएगा। इस प्रकार इस श्रेणी के किसानों के नलकूपों को नि:शुल्क सौर उजीर्कृत किया जाएगा।
वहीं राज्य के अन्य किसानों को केंद्र सरकार की ओर से 30 प्रतिशत अनुदान के अलावा राज्य सरकार की ओर से 60 प्रतिशत कुल 90 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। कुसुम योजना के तहत किसानों के खेतों में लगे नलकूपों को सोलर पंप में बदला जाएगा।