शाहजहांपुर। शहर में अब्दुल्लागंज के किसान का शव बाग में एक पेड़ से अंगोछा से लटका हुआ मिला। मृतक के बेटे का आरोप है कि पैसे के लेनदेन को लेकर दबंगों ने उसके पिता को घर पर आकर धमकाया था और बेइज्जती की थी। उसका आरोप है कि दबंगों ने उसके पिता की हत्या करके शव पेड़ से लटका दिया।
चौक कोतवाली के मोहल्ला अब्दुल्लागंज निवासी 48 वर्षीय हरिओम वर्मा किसान थे और खेती करते थे। गुरुवार की सुबह चार बजे परिवार वालों को खेत पर जाने की बात कहकर निकले थे। सुबह सात बजे बाग से निकले तो देखा कि उसका शव एक पेड़ से अगोछा से लटका हुआ था। उनकी चप्पल पेड़ के नीचे पड़ी थी।
शव मिलने की खबर मोहल्ले में आग की तरह फैल गई। विशाल बाग में गया और देखा कि उसके पिता हरिओम का शव लटका हुआ है। उन्होंने चौक कोतवाली पर सूचना दी। सीओ सिटी वीएस वीर कुमार सिंह और प्रभारी निरीक्षक केवी सिंह बाग में पहुंचे और शव को पेड़ से नीचे उतरवाया। जिस गमछे से शव लटका हुआ था, वह गमछा हरिओम का था। सीओ सिटी ने उसके बेटे से जानकारी की।
विशान ने पुलिस को बताया कि उसके पिता ने मोहल्ले के एक व्यक्ति से 15 हजार रुपये उधार लिए थे। 25 जून की शाम उधार देने वाले व्यक्ति उसके घर पर आया और कहा कि रुपये वापस करो। उसके पिता ने कहा कि कुछ दिन की मोहलत दे दो और रुपये वापस कर देंगे। आरोप है कि उसने उसके पिता को काफी धमकाया और बेइज्जती कर दी। आरोपी धमकी देकर चला गया था। उसके पिता सदमें आ गए थे। वह सुबह चार बजे घर से निकले थे। उसे खबर मिली कि उसके पिता का शव बाग में पेड़ से लटका हुआ है। उसने पिता की हत्या करने का आरोप लगाया है।