चरखारी। अतिवृष्ठि से बर्बाद हुयी फसलों के लिये प्रदेश सरकार द्घारा भेजी गयी राहत राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने से बदहाल किसान परेशान हैं लेखपालों द्घारा किये जा रहे भ्रष्टाचार से सरकार द्वारा भेजे गयी राहत राशि वितरण में लेखपाल रिश्वत ना मिलने पर किसानों के खाते में शासन द्धारा तय मानक को ताक में रखकर नाममात्र की राशि डाल रहे हैं रिवई हल्का लेखपाल प्रियंका पर मुआवजा राशि में भ्रष्टाचार के कई आरोप पहले भी लग चुके हैं रिश्वत मिलने पर कम जमीन में मानक से ज्यादा धनराशि डाली जा रही है
रिवई गांव निवासी लाखन सिंह व देवेन्द्र सिंह ने तहसीलदार चरखारी डा.संजीव कुमार राय को शिकायती पत्र देकर बताया कि मौजा रिवई में देवेन्द्र सिंह के नाम 2.1 हेक्टेयर व लाखन सिंह के नाम 1.660 हेक्टेयर कॄषि भूमि है जिस पर उर्द की फसल बोयी थी जो अतिवृष्ठि में नष्ट हो चुकी है जिसकी मुआवजा राशि के वितरण में क्षेत्रीय लेखपाल व बिचौलियों द्वारा 10 हजार रुपये की मांग की गयी जिसे ना देने पर दोनों भाइयों के खाते में 1100 रुपये डाले गये जबकि उनके पड़ोसी रामस्वरुप पुत्र खेमचंद्र के 1 हेक्टेयर से कम भूमि होने के वावजूद 11 हजार रुपये डाले गये। उक्त मामले में तहसीलदार डा.संजीव कुमार ने मामले की जाँच करा दोषी लेखपाल व बिचौलिया के विरुद्ध कार्यवाही की बात कही है।