आगरा: चंबल के बीहड़ में गाय की जान बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल एक किसान तेंदुए से भिड़ गया. तेंदुए ने सिर, कमर और हाथ पर पंजा मारा, लेकिन किसान ने हिम्मत नहीं हारी और उसको भगाने में जुटा रहा. इस दौरान पहुंचे ग्रामीणों ने तेंदुए को डंडों से खदेड़ा.
थाना मनसुखपुरा के गांव महगोली में सुबह सात बजे 60 वर्षीय किसान किशन सिंह अपने खेत पर पशुओं की रखवाली के लिए बने बाड़े के पास लेटे थे. अचानक वहां तेंदुआ आ गया. पेड़ के नीचे बंधी गाय पर हमला बोल लिया. गाय को रंभाते देख उसको बचाने के लिए किशन सिंह तेंदुए से भिड़ गये. तेंदुए ने पंजा मारकर उनको लहूलुहान कर दिया. इसके बाद भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी. आधे घंटे तक गाय को बचाने के लिए जान जोखिम में डालकर तेंदुए से लड़ते रहे. गाय के रंभाने और किसान के चीखने की आवाज सुनकर आसपास खेतों में काम कर रहे ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर दौड़ पड़े. भीड़ ने तेंदुए को बीहड़ की तरफ खदेड़ दिया. ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस व वन विभाग को दी. ग्रामीण किसान को घायल अवस्था में लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिनाहट पहुंचे. गंभीर स्थिति में उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बीहड़ के 20 गांवों में पशुओं पर हमला किया
चंबल के बीहड़ इलाके में तेंदुए का आतंक कम नहीं हो रहा है. लगातार पशुओं पर हमला हो रहा है. गांव पालोखरा, मैदीपुरा, नांद का पुरा, टीकतपुरा, गढ़ का पुरा, मनसुखपुरा, रेहा, बरेंडा, बाज का पुरा, जगतूपुरा, सुखभानपुरा, परजापुरा, बड़ापुरा, करकोली, विप्रावली, महगोली, क्यौरी आदि गांव में तेंदुए का आतंक है. ग्रामीण समूह में बाहर निकलने को मजबूर हैं.
किसी जंगली जानवर ने किसान पर हमला किया है. पंजे के निशान जांच के लिए लैब भेजे गये हैं. अभी स्पष्ट नहीं कह सकते कि हमला करने वाला जंगली जानवर तेंदुआ था या हायना. टीम पहुंची है. लगातार कांबिंग कर रही है. ग्रामीणों को जागरुक भी किया जा रहा है. -उदय प्रताप सिंह, रेंजर चंबल सेंचुरी क्षेत्र बाह