मेरठ: शहर में शादी के नाम पर ऐसे भोले भाले लोगों को ठगने के मामले प्रकाश में आये हैं। जिनका विवाह नहीं हो रहा था। मौके का फायदा उठाकर शातिर युवतियां ने ऐसे लोगों को अपने जाल में फंसा लिया। बल्कि उन्हें झांसे में लेकर शादी रचाई और ब्लैकमेल कर उनसे लाखों रुपये ऐंठ लिए।
जब युवकों को युवतियों की सच्चाई का पता चला तो उन्होंने पुलिस में शिकायत कर अपने रुपये वापस कराने के लिए पुलिस की शरण ली। लेकिन युवतियां इतनी शातिर निकली कि उन्होंने पहले ही कथित पति के खिलाफ फर्जी शिकायत कर उन्हें ब्लैकमेल किया। एक पीड़ित ने पुलिस आॅफिस में एक युवती के खिलाफ शिकायत की है।
मेडिकल थाना क्षेत्र के ब्लॉक शास्त्रीनगर का ऐसा ही एक धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आया है। शास्त्रीनगर निवासी गौरव नाम का युवक पुलिस आॅफिस पहुंचा और एक युवती और उसकी मां व मामी पर शादी के नाम पर धोखाधड़ी से एक लाख चालीस हजार रुपये ऐंठने का आरोप लगाया। गौरव ने बताया कि पड़ोस की रहने वाली एक युवती प्यार के झांसे में धोखे से गढ़ में ले जाकर मंदिर में चार व्यक्तियों के सामने शादी करा दी।
शादी के बाद युवती यह कहकर अपने घर चली गई। कि वह अपना मकान खरीद लेगा तो वह उसके साथ रहने आ जायेगी। जब तक मकान नहीं खरीदा जाता, तुम हमारे घर पर आते रहो। गौरव का आरोप है कि युवती की मामी ने शादी के समय बीस हजार रुपये और धोखे से ले लिए। उसके बाद युवती ने उससे एक लाख 20 हजार रुपये हड़पती रही। युवती न तो कभी उसके साथ पत्नी की तरह रही। न ही वह उसके घर आकर पत्नी की तरह रही।
अब उसने झूठा आरोप लगाकर मेडिकल पुलिस में तहरीर दी कि उसने रात में आकर उस पर तेजाब डाला है। जबकि ऐसा नहीं हुआ। पीड़ित ने एसएसपी को शिकायतपत्र में देकर आरोपी युवती के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इससे पहले भी दौराला थाना क्षेत्र निवासी पोरस गोयल नाम के युवक को भी कुछ लोगों ने धोखे से फंसाकर फर्जी शादी करा दी। उससे एक लाख रुपये ऐंठे और मकान बेचकर 12 लाख रुपये की रंगदारी मांगी।
इतना ही नहीं जब पोरस ने पुलिस में शिकायत करने की बात कही तो उसे उल्टा फंसाने और धमकी देकर मारपीट की। पीड़ित युवक ने भी गत दिनों एसएसपी के यहां फर्जी शादी करने और ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया था। लेकिन एसएसपी के यहां की गई शिकायत के बाद भी आज तक थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। शहर में शादी के नाम पर फंसाकर ब्लैकमेल करने के मामले में पुलिस ऐसे गैंग पर कार्रवाई करने के बजाय मौन है।