UP उत्तरप्रदेश: उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक शख्स फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन करने पहुंच गया। पुलिस को उस पर शक हुआ, जिसके बाद जब पूछताछ की गई तो हैरान कर देने वाली बातें सामने आईं। शख्स ने बताया कि उसने शौक के लिए पुलिस की वर्दी पहनी थी। सावन के महीने में बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्री काशी विश्वनाथ धाम में जलाभिषेक के लिए आते हैं। इस दौरान भारी भीड़ से बचने के लिए लोग तरह-तरह के तरीके अपनाते हैं। इस बार एक शख्स ऐसा भी था जिसने फर्जी Police की वर्दी पहनकर बाबा के दर्शन करने का फैसला किया। इस शख्स की पहचान जालौन निवासी अभय प्रताप सिंह के रूप में हुई है।
शक के आधार पर मामले की जांच शुरू
अभय प्रताप सिंह सब इंस्पेक्टर की वर्दी में मंदिर पहुंचा और आम दर्शनार्थियों की कतार में खड़ा होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहा था। इसी बीच वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों की नजर उस पर पड़ी और शक के आधार पर मामले की जांच शुरू की गई। वाराणसी काशी जोन के डीसीपी गौरव बंसल ने बताया कि अभय प्रताप सिंह मानसिक रूप से बीमार है और उसका इलाज चल रहा है। उसे यूपी पुलिस की वर्दी में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर से पकड़ा गया। पूछताछ में अभय ने बताया कि उसे वर्दी पहनने का शौक है, इसलिए वह वर्दी पहनकर दर्शन करने आया था।
सुरक्षाकर्मियों और खुफिया विभाग ने उसे पकड़ा
फर्जी इंस्पेक्टर पकड़े जाने के मामले में DCP काशी ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के साथ ही वहां तैनात पुलिसकर्मियों पर भी लगातार नजर रखी जाती है। इसी निगरानी के तहत सुरक्षाकर्मियों और खुफिया विभाग ने उसे पकड़ा। चौक थाने में अभय प्रताप के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा जा रहा है। इस घटना से पता चलता है कि सावन के महीने में श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और सुरक्षाकर्मियों को कितनी सतर्कता बरतनी पड़ती है। साथ ही यह भी साफ है कि पुलिस की वर्दी का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है।