फैज़ाबाद शेषावतार मंदिर को संवारा, श्रीराम मंदिर के सुपर आॅपरेशन में तीन यात्राएं की तैयारियां भी तेजी से की जा रही हैं
आॅपरेशन में तीन यात्राएं की तैयारियां भी तेजी से की जा रही हैं
उत्तरप्रदेश :श्रीरामजन्म भूमि परिसर में राम मंदिर निर्माण के साथ उनके अनुज लक्ष्मण जी के शेषावतार मंदिर को भी पुनर्जीवन दिया जाएगा. यह मंदिर नब्बे के दशक में यहां श्रीरामजन्म भूमि न्यास की ओर से स्थापित किया गया था जो कि कुबेर नवरत्न टीला के ऊपर स्थित शिवालय के बगल में ही था. यहां शिवालय के पुनर्निर्माण के साथ जटायु राज का भी स्थान निर्मित किया जाना है. इसके लिए जटायु राज की कांस्य की प्रतिमा बनवाई जा रही है. इस कुबेर नवरत्न टीला पर श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए स्पेशल पास दिया जाएगा.
मंदिर के ले-आउट में बदलावराम मंदिर के पूर्व स्वीकृत ले- आउट में खासा बदलाव कर दिया गया है. इस ले-आउट में अधिकांश कंक्रीट के स्ट्रक्चरों को हटाकर उनकी जगह हरियाली के लिए भू- सौन्दर्य (लैंड स्केप) के साथ रामायण कालीन सुंदर एवं उपयोगी वनस्पतियों का उपवन विकसित करने की योजना बनाई गयी है. श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डा. अनिल मिश्र का कहना है कि समतलीकरण के दौरान पूरे परिक्षेत्र का ले-आउट तैयार किया गया था लेकिन प्रस्तावित ले-आउट में कई आवश्यक परिवर्तन किए गये है. डा.मिश्र बताते हैं कि उदाहरण के लिए परिसर रामायण पर आधारित म्यूजियम के निर्माण का प्रस्ताव किया गया था जो कि अब परिसर का हिस्सा नहीं है. इस स्थान पर लैंड स्केपिंग के साथ उद्यान विकसित किया जाएगा. वीआईपी गेस्ट हाउस का प्रस्ताव भी अधर में है.
बिना डिजाइन प्रस्ताव को अनुमोदन करना मुश्किल
एलएण्डटी के परियोजना निदेशक वीके मेहता का कहना है कि जब तक किसी प्रस्ताव की डिजाइन नहीं फाइनल होती है तब तक सम्बन्धित प्रस्ताव का अनुमोदन नहीं होता है. बिना अनुमोदित प्रस्ताव में बदलाव की पूरी गुंजाइश रहती है. उन्होंने भी बताया कि सुपर स्ट्रक्चर मंह तीन लिफ्ट का निर्माण किया जाएगा. इसका स्ट्रक्चर भी साथ -सआथ तैयार हो रहा है. उन्होंने बताया कि दो लिफ्ट पूरब में प्रवेश द्वार के अगल-बगल होंगे. इसके अलावा तीसरा उत्तर में वीआईपी मार्ग के बगल में बनाया जाएगा. इसी तरह राम मंदिर परिसर में पुष्करिणी यानि कि कुंड के निर्माण का भी प्रस्ताव है. बताया गया कि इस कुंड का निर्माण मंदिर के उत्तर - पूर्व में प्रस्तावित है और इसका निर्माण उसी स्थान पर किया जाएगा