Faizabad: एमएमयू टीम ने 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान में टीबी के प्रति किया जागरूक

"संदिग्ध मरीजों की जांच भी की"

Update: 2025-01-18 10:59 GMT

फैजाबाद: राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत चल रहे 100 दिवसीय सघन टीबी अभियान में मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) टीम गांव-गांव पहुंची.यहां लोगों को टीबी के प्रति जागरूक किया और संदिग्ध मरीजों की जांच भी की।

हर्रैया ब्लॉक के बरगदवा माफी ग्राम में पंचायत भवन पर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन हुआ.डॉ. निखिल कुमार नायक, फार्मासिस्ट संदीप कुमार पांडेय, एलटी कपिलदेव वर्मा, स्टाफ नर्स राघवेन्द्र प्रताप सिंह, अजय कुमार की टीम ने वल्नरेबल पॉपुलेशन के साथ साथ सामान्य लोगों का भी स्वास्थ्य परीक्षण किया.वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि टीम गांव-गांव जा रही.डुहवा, अमारी, बेलभरिया में शिविर का आयोजन हो चुका है।

को भदावल में कैंप लगेगा.भारत को टीबी मुक्त बनाने के लिए यह 100 दिवसीय सघन अभियान महत्वपूर्ण होगा.सीएचओ शिवांक भदौरिया, एएनएम संगीता द्विवेदी, आशा चंद्रावती, कुसुम सिंह, दुरपता देवी, मीना देवी, कपुरा देवी, प्रेमा देवी, श्यामकली, काजल, मुहरा देवी, प्रभावती, पूनम, सहदेव, रामधीरज, राकेश, रामलाल ने सहयोग किया।

आर्थो सर्जन नहीं लगाते हैं चक्कर: सीएचसी भानपुर में बाल रोग विशेषज्ञ और आर्थो सर्जन के पद स्वीकृत हैं, बाजवूद इसके विशेषज्ञों की तैनाती नहीं की गई है.इससे बच्चों और हड्डी रोगों से संबंधित मरीजों को उपचार के लिए निजी क्षेत्र या फिर मुख्यालय तक भटकना पड़ रहा है।

ग्रामीणों का कहना है कि नवजात शिशुओं के बीमार पड़ने पर यदि अस्पताल जाएं तो विशेषज्ञ नहीं मिलते.मजबूरन बाहर उपचार के लिए जाना पड़ता है.किसी हादसे में हाथ-पैर में गंभीर चोट या फिर फैक्चर होने पर लोगों को भानपुर सीएचसी से 30 किमी. दूर जिले के सरकारी या फिर निजी अस्पतालों पर दौड़ लगाना पड़ रहा है.इससे मरीजों और तीमारदारों को सांसत झेलनी पड़ती है।

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