Faizabad: राम मंदिर के नाम पर चल रहा फर्जीवाड़े का धंधा

फर्जी पास बनाकर श्रद्धालुओं को दर्शन कराने में गाइड पकड़े

Update: 2024-06-14 08:30 GMT

फैजाबाद: राम मंदिर के नाम पर फर्जीवाड़े का धंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा है. अभी कुछ दिन पहले मंदिर में दर्शन कराने के नाम पर वसूली करते युवक को पकड़ा गया था. अब नए मामले का खुलासा हुआ है. Thana Ram Janmabhoomi की पुलिस को जांच में पता लगा है कि रामलला की सुलभ आरती कराने के नाम पर फर्जी पास बनाकर धंधा चलाया जा रहा था. इसके एवज में प्रति श्रद्धालु 1500 रुपए की वसूली होती थी. गोरखधंधा चलाने वाले गाइड को पुलिस ने पकड़ा है. जांच के बाद इन पर केस दर्ज कर लिया गया है.

पकड़े गए आरोपी अजय कुमार मौर्य पुत्र राम लखन निवासी शंकरपुर थाना छावनी जनपद बस्ती तथा नरेंद्र कुमार पाण्डेय पुत्र जगदीश नारायण पांडे निराला नगर नाका हनुमानगढ़ी थाना कोतवाली के रहने वाले हैं. इन्होंने 2021 के बैच में नगर निगम अयोध्या और डॉक्टर राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए गाइड का कोर्स किया है. इसके बाद इन्हें पर्यटन विभाग द्वारा श्रद्धालुओं को दर्शन कराने का लाइसेंस जारी किया गया था. ज्यादा रुपये कमाने की लालसा में इन लोगों ने यह गोरखधंधा शुरू कर दिया. श्रद्धालु सुरजीत गुप्ता, रंजीत टंडन और कपिल विष्णु के पास फर्जी पास मिलने के बाद जांच शुरू हुई. मामले की परत दर परत खुलने लगी. नगर के होटल में रुके यात्रियों को सेट कर यह धंधा किया जाता था. पुलिस इनके अन्य साथियों की तलाश में जुटी है.

पुलिस सूत्रों की माने तो वर्ष 2020 से Accused Narendra Pandey अपनी जान-पहचान जिले में बनाने के लिए संघ का स्वयंसेवक बन गया और जगह-जगह उनके कार्यक्रमों में शामिल होने लगा. इसी के बाद इसने नगर निगम के बड़े अधिकारियों ,राम मंदिर ट्रस्ट से जुड़े कुछ प्रमुख और संघ के लोगों से नज़दीकियां बना लीं.

इस बीच गाइड का कोर्स करने के बाद पर्यटन विभाग का लाइसेंस मिल गया, और यहीं से इनका गोरखधंधा शुरू हो गया. इसने अपने फेसबुक पर अयोध्या की संस्था टूर गाइड वेलफेयर एसोसिएशन के नाम से कई पोस्ट लगाई है. जिसमें राम मंदिर के अंदर, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के प्रमुख पदाधिकारी और संघ के कार्यक्रमों की फोटो लगा रखी है. श्रद्धालुओं से रुपए लेकर यह ट्रस्ट के लोगों से मिलवाकर अपना प्रभाव भी दिखाता था. राम मंदिर परिसर में ये गुपचुप तरीके से मोबाइल ले जाता था और वहां पर फोटो और वीडियो भी बनाता था. पुलिस सूत्रों की माने तो अभी जांच के दायरे में 10 गाइड और भी हैं. जानकारी के मुताबिक आरोपी ने अभी तक सैकड़ों लोगों को फर्जी पास बनाकर दर्शन कराया है.

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