Faizabad: रामनगरी में नए रूप में ड्रेनेज सिस्टम बनेगा
प्रपोजल बनाकर तैयार किया गया
फैजाबाद: रामनगरी में नए रूप में ड्रेनेज व्यवस्था के जाल को बिछाने की योजना है. 270 करोड़ रुपये का प्रपोजल बनकर तैयार हो चुका है. जल्द ही शासन के पास स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा. ड्रेनेज व्यवस्था में अव्वल ग्रेटर हैदराबाद का दो दिवसीय दौरा कर नगर निगम के महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी लौटे हैं.
उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर जानकारी को साझा किया है. माना जा रहा है कि योजना को मूर्त रूप देने की रणनीति तैयार कर ली गई है. जिससे अगले वर्ष की बारिश में दिक्कतों का सामना न करना पड़े. राममंदिर का फैसला आने के बाद हजारों करोड़ की रकम से केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा दर्जनों विकास की योजनाएं चल रही हैं, कई पूरी हो चुकी हैं और कई पाइप लाइन में हैं. इसलिए शहरीकरण के प्रभाव से भूमि के कुछ क्षेत्रों पर दबाव बढ़ गया है. साथ ही क्लाइमेट चेंज होने के कारण अल्प समय में ज्यादा बारिश हो रही है. जिससे जल प्लावन की स्थिति बढ़ गई है. श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा आयोजन के बाद इस बार पहली बारिश हुई. जगह-जगह जलभराव हुआ. जिसकी गूंज संसद तक सुनाई पड़ी. इसके बाद प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात तक को नगर में समस्या को देखने आना पड़ा और उन्होंने अधिकारियों को दूर करने के लिए वृहद कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए.
आज यह योजना देश में चर्चा का विषय बनी: नगर निगम महापौर गिरीश पति त्रिपाठी ने हैदराबाद जाकर वहां की आधुनिक ड्रेनेज व्यवस्था को देखा. बात दें कि ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) ने अक्टूबर 2022 में शहर में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद रणनीतिक नाला विकास कार्यक्रम (एसएनडीपी) शुरू किया. जिसमें शहर में व्यापक वर्षा जल निकासी प्रणाली विकसित करने की रूपरेखा को धरातल पर उतारा और आज यह योजना देश में चर्चा का विषय है. इंटीग्रेटेड स्टार्म वॉटर ड्रेनेज योजना में समाहित करके जल निगम, लोक निर्माण विभाग, प्रशासन, अयोध्या विकास प्राधिकरण व अन्य के साथ समन्वय स्थापित कर धरातल पर उतारने की योजना है.
नगर के वर्षा जल का प्रबंध हैदराबाद के ड्रेनेज व्यवस्था की तर्ज पर किया जाना प्रस्तावित है. वर्षा जल को संकलित करने की पूरी व्यवस्था बनाई जाएगी. फिर जल को शुद्ध करके अन्यत्र स्थानों पर डालने की योजना होगी.जिसका प्रपोजल तैयार किया जा रहा है. योजना में 270 करोड रुपए लगने का आंकलन है.
- महंत गिरीश पति त्रिपाठी, नगर निगम महापौर