Faizabad: सहायक विकास अधिकारी रुधौली रमेश चंद्र यादव के खिलाफ कार्रवाई हुई
"एडीओ पंचायत को मिली बैड इंट्री अस्थाई वेतन वृद्धि भी रोका"
फैजाबाद: निदेशक पंचायती राज ने सहायक विकास अधिकारी रुधौली रमेश चंद्र यादव के खिलाफ कार्रवाई किया है. इनका एक स्थाई वेतन वृद्धि रोकते हुए स्पेशल बैड इंट्री दी गई है. यह कार्रवाई विक्रमजोत ब्लॉक में परिवार रजिस्टर की नकल बनाने के मामले में हुई. यह मामला क्षेत्रीय विधायक अजय सिंह ने विधानसभा में भी उठाया था.
शासन स्तर पर हुई जांच में उप निदेशक पंचायत प्रयागराज को जांच अधिकारी बनाया गया था. जांच अधिकारी ने सात आरोपों में पांच आरोप सिद्ध बताते हुए कार्रवाई की संस्तुति किया था. एडीओ पंचायत रमेश चंद्र यादव पर आरोप था कि उन्होंने ग्राम पंचायत रिक्खीपुर विकास खंड विक्रमजोत में ओरीलाल के परिवार रजिस्टर को नहीं उपलब्ध कराया था. परिवार रजिस्टर की नकल देने के लिए डीपीआरओ ने निर्देश दिया था. एडीओ पंचायत ने बताया कि क्षेत्रीय ग्राम सचिव विकास वर्मा सहयोग नहीं किए, इसलिए नहीं बन पाया. हालांकि जांच में तीन अधिकारी सीआरओ, डीपीआरओ और बीडीओ विक्रमजोत ने रमेश चंद्र यादव को दोषी माना था. परिवार रजिस्टर में चार अन्य लोगों का नाम शामिल होना पाया गया था. परिवार रजिस्टर में नाम दर्ज करने के लिए शासनादेश का पालन नहीं हुआ था.
विशेष सचिव विधानसभा सचिवालय की ओर निर्धारित समय में मांगे गए जबाब को नहीं दिया गया. इसके चलते उच्चाधिकारियों के निर्देशों के अनुपालन के दोषी पाए गए. प्रकरण में स्पष्टीकरण मांगा गया तो उसका भी समय से जबाब नहीं दिया गया. एडीओ पंचायत रमेश चंद्र यादव पर यह भी आरोप उन्होंने विकास खंड विक्रमजोत के 3384 लोगों ने शौचालय के लिए ऑनलाइन आवेदन किया. इसमें महज 689 लोगों के आवेदन पत्रों का सत्यापन किया गया. 28 राजस्व गांवों के एसएलडब्लूएम की कार्ययोजना प्राप्त नहीं कराई गई. इस प्रकार अन्य आरोप भी सिद्ध हुए. निदेशक पंचायती राज ने आरोपों को ध्यान में रखते हुए एक वार्षिक अस्थाई रूप से एक वर्ष के लिए रोकी गई है. इसे अलावा उन्हें अपने पर्यवेक्षकीय दायित्वों को भली भांति निर्वहन नहीं करने और उच्चाधिकारियों के आदेशों और निर्देशों का उल्लंघन करने पर परिनिंदा प्रतिकूल प्रतिविष्टि दी जाती है.