परीक्षा का काम एडीएम सिटी से छिना, सिटी मजिस्ट्रेट को जिम्मा

Update: 2023-02-03 10:32 GMT

इलाहाबाद न्यूज़: एडीएम सिटी कार्यालय में तैनात क्लर्क की नकल माफिया से साठगांठ के मामले में जिलाधिकारी ने एडीएम सिटी से परीक्षा प्रभार की जिम्मेदारी भी वापस ले ली है. अब एडीएम सिटी केवल मुकदमों की सुनवाई करेंगे. यह जिम्मेदारी भी सिटी मजिस्ट्रेट सत्यप्रिय सिंह को दी गई है. वहीं एडीएम सिटी के कार्यालय में तैनात लक्ष्मीशंकर यादव के काम को अब सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय में तैनात मध्यम बाबू को दिया गया है. जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री फील्ड के काम के कारण पूरे दिन कार्यालय में नहीं बैठ सके. इस बीच एडीएम सिटी से परीक्षा संबंधित फाइलें डीएम कार्यालय भेजी जा चुकी हैं.

पिछले साल लेखपाल भर्ती परीक्षा में चेतना इंटर कॉलेज में नकल कराने का मामला सामने आया था. इस प्रकरण में पुलिस ने विद्यालय प्रबंधक व अन्य को गिरफ्तार किया था. जांच में यह सामने आया कि एडीएम सिटी में छह सालों से परीक्षा का काम देखने वाले क्लर्क लक्ष्मीशंकर यादव ने नकल माफिया से 89 बार फोन पर बात की थी. जिसकी रिपोर्ट पुलिस से आने के बाद जिलाधिकारी ने पहले क्लर्क को प्रतिकूल प्रविष्टि दी और बाद में मेजा ट्रांसफर कर दिया. मामले में एडीएम सिटी को जांच दी गई थी. एडीएम सिटी की जांच में क्लर्क को पाक-साफ बताया गया था. जिसके बाद नए एडीएम को जांच देने की बात डीएम कह चुके हैं. दफ्तर में तैनात कर्मचारियों ने बताया कि सभी फाइलें मांगा ली गई हैं. नई व्यवस्था में एडीएम सिटी के पास अब केवल वो मुकदमे रह गए हैं जो कमिश्नरेट बनने के बाद एडीएम की शक्ति में थे. 14 मामलों पर सुनवाई पूर्व में ही पुलिस को जा चुकी है.

दागी केंद्रों पर भी नजर:

नई जांच में क्लर्क लक्ष्मी शंकर यादव के कार्यकाल में परीक्षा केंद्रों के गठन की जांच की जाएगी. दागी परीक्षा केंद्रों के लिए क्या जांच की और क्या कोई रिपोर्ट कभी तैयार की गई, पूरा ब्योरा लिया जाएगा.

नकल माफिया के स्कूल को बनाया परीक्षा केंद्र:

प्रयागराज का कुख्यात नकल माफिया डॉक्टर केएल पटेल की अवैध रूप से अर्जित संपत्ति को कुर्क करने के लिए जिलाधिकारी से अनुमति मांगी गई है. इसमें उसके दो स्कूल भी शामिल हैं. हैरानी की बात यह है कि जिस स्कूल को गैंगस्टर एक्ट में कुर्क करने की तैयारी चल रही है, उसी कॉलेज को राज्य विश्वविद्यालय की ओर से परीक्षा केंद्र बनाया गया है. 69000 सहायक शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में केएल पटेल के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई थी. एसटीएफ ने जांच पूरी कर आरोपियों पर चार्जशीट लगाई इसके बाद सोरांव पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की. इस गैंगस्टर के मुकदमे की मऊआइमा इंस्पेक्टर सुरेश सिंह जांच कर रहे हैं. उन्होंने केएल पटेल की दो संपत्तियों को चिन्हित किया है. जिसमें मुबारकपुर स्थित चंद्र कली महाविद्यालय है जबकि दूसरा होलागढ़ स्थित नंदलाल सिंह कॉलेज है. दोनों कॉलेजों को कुर्क करने के लिए डीएम से अनुमति मांगी गई है. चर्चा है कि शिक्षा माफिया के कॉलेज को परीक्षा केंद्र बनाया गया है.

अब समर्थन में उठने लगे हैं सवाल:

पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर कर्मचारी पर कार्रवाई पर कलक्ट्रेट के कर्मचारी संगठन अब सवाल उठा रहे हैं. कर्मचारी संगठनों ने यह सवाल उठाया कि अगर लक्ष्मी शंकर यादव की संलिप्तता पाई गई थी तो पुलिस ने कार्रवाई के लिए क्यों लिखा. गिरफ्तारी करनी चाहिए थी. वहीं कर्मचारियों ने वाट्सएप पर एक दूसरे को शासनादेश भेजा, जिसमें मध्यावधि ट्रांसफर पर रोक की बात कही गई.

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