गोरखपुर न्यूज़: शहर के प्रमुख चौराहों को जाम मुक्त करने व स्ट्रीट वेंडरों को व्यवस्थित करने के लिए चार करोड़ रुपये खर्च किए गए. बाकायदा वेंडिंग जोन बनाए गए ताकि ट्रांसपोर्टनगर, रुस्तमपुर और आंबेडकर चौक पर लगने वाले जाम से लोगों को निजात मिले. स्ट्रीट वेंडर भी निर्धारित जोन में अपने ठेले लगाएं. लेकिन सारी कवायद फेल हो गई और लोगों को जाम से मुक्ति नहीं मिल सकी.
मार्च 2021 में 573 स्ट्रीट वेंडर के लिए 1.03 करोड़ रुपये की लागत से हरिओम तिराहा एवं रुस्तमपुर में वेंडिंग जोन का निर्माण कार्य किया गया. इसके अलावा ट्रांसपोर्टनगर पुलिस चौकी के पास 2.39 करोड़ की लागत से वेंडिंग जोन बनाए गए हैं. ये वेंडिंग जोन जनता के पैसों की बर्बादी जैसा लगने लगे हैं. दो साल बाद भी नगर निगम व ट्रैफिक पुलिस के समन्वय का अभाव इन स्ट्रीट वेंडर को वेंडिंग जोन में ठेला खोमचा लगाने को तैयार नहीं कर सका है. हरिओमनगर के पास बने वेंडिंग जोन खाली हैं जबकि स्ट्रीट वेंडर ठेले-खोमचे सेंट एण्ड्रयूज के चर्च से लेकर आंबेडकर चौक तक लगाते हैं.
पिछले दिनों पथ विक्रय समिति की बैठक में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, एडीएम सिटी, पुलिस अधीक्षक, अपर नगर आयुक्त समेत संबंधित अफसर मौजूद रहे. निर्णय हुआ कि सभी वेंडिंग जोन के पास नो वेंडिंग जोन के बोर्ड लगाए जाएंगे. दुकानदारों को शेड में दुकान लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. जल्द ही इस पर अमल शुरू कराया जाएगा.
- गौरव सिंह सोगरवाल, नगर आयुक्त गोरखपुर
रुस्तमपुर से आजाद चौक तक ठेले लगाते हैं जाम
कमोबेस यही स्थित रुस्तमपुर ढाले के नीचे बने वेंडिंग जोन की है जिसे सब्जी विक्रेता गोदाम के रूप में इस्तेमाल करते हैं लेकिन ठेले सड़क पर ही लगाते हैं. इस कारण रुस्तमपुर ढाले के नीचे लेकर आजाद चौक तक लगे ठेले जाम का सबब बनते हैं. हालांकि यह भी सच है कि इस वेंडिंग जोन में जितना स्थान चाहिए उतना है नहीं. इसलिए जब कुछ अपने ठेले सड़क पर लगाते हैं तो दूसरे भी सड़क पर ही आ जाते हैं. जाम का आलम आजाद चौक से नहर चौक पर भी रोजाना बना रहता है.
टीपी नगर में वेंडिंग जोन खाली, सड़क संकरी
महेवा ट्रांसपोर्टनगर पुलिस चौकी के पीछे मॉडल वेंडिंग जोन का निर्माण हुआ लेकिन मार्च 2021 के बाद ही ट्रांसपोर्टनगर पुलिस चौकी से राजघाट पुल तक सड़क के दोनों ओर ठेले-खोमचे वाले पुन सड़क पर ही दिखने लगे. जबकि नगर निगम ने ट्रांसपोर्टनगर से राजघाट पुल तक नो वेंडिंग जोन घोषित कर रखा है. नतीजतन सड़क के दोनों तरफ लगने वाले ठेले खोमचों से आवागमन बाधित होता ही है. आने-जाने वाले लोगों के कलएि भी दुर्घटना की संभावना भी बनी रहती है.