आधार कार्ड के बाद भी अज्ञात में दर्शाया शव, शिनाख्त के लिए नहीं छपवाए पंफ्लेट्स
उत्तरप्रदेश | पुलिस की एक लापरवाही के कारण एक युवक के शव को अपनों के हाथों अंतिम संस्कार भी नसीब नहीं हो सका. जबकि उसकी लाश के पास मिले बैग में आधार कार्ड तक मौजूद था, मगर पुलिस ने उसकी शिनाख्त के लिए परिजनों से संपर्क करना तक मुनासिब नहीं समझा और उसका अज्ञात में अंतिम संस्कार करा दिया.
यह कारनामा कर दिखाया है गभाना पुलिस ने. घटना 28 की सुबह की है. दिल्ली-हावड़ा ट्रैक पर गभाना क्षेत्र में पैराई गांव के पास पोल नंबर 1343/3ए के पास एक शव मिला. देखने से लग रहा था कि चलती ट्रेन से गिरने से मौत हुई है. सूचना मिलते ही पैराई पुलिस चौकी से लैपर्ड के सिपाही घनश्याम व हरीश मौके पर पहुंच गए. सूचना देकर एसआई अनीस अहमद को मौके पर बुलाया गया. जामा तलाशी में कपड़ों के बैग के अलावा कुछ रुपये. जेब से एक आधार कार्ड, आधा कटा हुआ 27 का टिकट भी मिला. आधार कार्ड पर पता सुनील कुमार कुशवाहा पुत्र रामनारायण कुशवाहा ईडब्ल्यूएस यादव मार्केट बर्रा- कानपुर सहित जन्म तिथि अंकित है. थाना गभाना की जीडी व पुलिस रिपोर्ट में किए उल्लेख के अनुसार आधार कार्ड से उसका पता तस्दीक नहीं हो सका. इसके बाद पंचायतनामा भरकर शव नियमानुसार पोस्टमार्टम केंद्र में पहचान के प्रयास और 72 घंटे के इंतजार के लिए रखवा दिया गया.
इसके बाद पहचान न होने की दशा में 72 घंटे बाद यानि एक को पोस्टमार्टम के बाद मानव उपकार संस्था के सहयोग से शव का अज्ञात में अंतिम संस्कार करा दिया गया.
शिनाख्त के लिए नहीं छपवाए पंफ्लेट्स
शिनाख्त न होने पर थाना पुलिस शव को मोर्चरी पर रखवा देती है. शिनाख्त के लिए पंफ्लेट्स छपवाकर आसपास के जिलों में चस्पा कराए जाते हैं,मगर पुलिस ने किसी भी तरह का प्रयास करना उचित नहीं समझा.
आधार कार्ड पर लिखे पते पर पुलिस ने संपर्क किया था,मगर परिजनों से संपर्क नहीं हो सका. आसपास के लोगों ने बताया कि पहले मृतक यहां किराए पर रहता था. अब नहीं रह रहा था. इसके चलते शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया है.
-आरके सिंह, इंस्पेक्टर गभाना