मुरादाबाद: समाजवादी पार्टी के निवर्तमान महानगर अध्यक्ष शाने अली शानू पर नगर निगम के अधिशासी अभियंता राजीव कुमार राठी द्वारा सरकारी कार्य में बाधा डालने व जान से मारने की धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराए जाने पर बुधवार शाम को जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा से सपा के जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी मिले। उन्होंने डीएम और एसएसपी से नगर निगम के अधिशासी अधिकारी की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए पूरी घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
मंगलवार को नगर निगम के अधिशासी अभियंता राजीव कुमार राठी ने सिविल लाइंस पुलिस को तहरीर दी। बताया कि मंगलवार को दिन में वह जलकल परिसर पीलीकोठी स्थित कार्यालय में वीडियो कान्फ्रेन्सिंग कर रहे थे। दोपहर बाद करीब सवा दो बजे कर्मचारियों के रोकने के बाद भी सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष शाने अली शानू निवासी नवाबपुरा घोसियान थाना नागफनी उनके कार्यालय में आ घुसे।
तेज आवाज में बोलते हुए शानू ने मेज पर हाथ मारा। फिर सपा नेता ने कहा कि झारखण्डी मंदिर पर जो विकास कार्य होंगे वो मेरी पसंद के लोग व मेरे रिश्तेदारों की फर्म करेगी। मेरी इच्छा से ठेके नहीं हुए तो तुम्हें जान से मार दूंगा।
अधिशासी अभियंता ने सपा नेता पर सरकारी कार्य में बाधा डालने व जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया। तहरीर के आधार पर आरोपी सपा नेता के खिलाफ सिविल लाइंस पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।
बुधवार को समाजवादी पार्टी के मुरादाबाद देहात विधानसभा से विधायक नासिर कुरैशी, कांठ विधायक कमाल अख्तर, बिलारी विधायक मोहम्मद फहीम व कुंदरकी विधायक जियाउल हसन ने डीएम शैलेंद्र कुमार सिंह व एसएसपी हेमराज मीना से मुलाकात की।
बातचीत में सपा विधायकों ने एसएसपी से कहा कि नगर निगम के अधिशासी अभियंता ने जो आरोप शाने अली पर लगाया है, वह निराधार है। सभी विधायकों ने एक स्वर में पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। इतना ही नहीं सपा विधायकों ने एसएसपी को बताया कि पूर्व महानगर अध्यक्ष नागफनी स्थित झारखंडी मंदिर पर जमा गंदगी की तरफ ईओ का ध्यान आकृष्ट कराने पहुंचे थे।