आगरा : आगरा के सदर क्षेत्र स्थित शापिंग माल में सेंटा क्लॉज की टोपी नहीं पहनना एक कर्मचारी को भारी पड़ गया। आरोप है कि मैनेजर ने कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया। मामले की जानकारी पर रविवार को योगी यूथ ब्रिगेड के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने समझाया। मामले में मैनेजर सहित तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
शमसाबाद रोड के गांव दिगनेर निवासी अमित कुमार ने बताया कि वह तीन महीने से एक शॉपिंग मॉल में नौकरी कर रहा था। 23 दिसंबर को मैनेजर ने सेंटा क्लॉज की टोपी पहनकर फोटो खिंचवाने के लिए कहा। उसने इसका कारण पूछा। इस पर उन्होंने कह दिया कि फोटो खींचकर भेजनी है। इस पर वो तैयार हो गया। फोटो खिंचवाने के बाद टोपी उतारकर रख दी। तभी उन्हें सर्वर रूप में मैनेजर ने बुलाया। कहा कि सेंटा क्लॉज की टोपी पहनकर बैठना होगा।
'हिंदू हूं, टोपी नहीं पहन सकता'
अमित ने कहा कि वह हिंदू हैं। इसलिए यह टोपी नहीं पहन सकता। आरोप है कि इस पर स्थानीय मैनजर आ गए। उन्होंने नौकरी से निकालने की धमकी दी। विराध करने पर दोनों ने नौकरी से निकाल दिया। इस महीने की सैलरी भी नहीं दी। रविवार को मामले की जानकारी योगी यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष अजय तोमर को हुई। वह दोपहर में कार्यकर्ताओं के साथ शोरूम पर पहुंच गए। इस पर हंगामा होने लगा। सूचना पर थाना सदर की फोर्स पहुंची। किसी तरह सभी को समझाकर शांत कर दिया।
एसीपी सदर अर्चना सिंह का कहना है कि वी बाजार के मैनेजर सहित तीन के खिलाफ अभद्रता और नौकरी से निकालने का आरोप है। मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी। उधर, मामले की जानकारी के लिए मैनेजर को फोन किया। मगर, उन्होंने फोन काट दिया। दोबारा कॉल करने पर रिसीव नहीं किया।
नहीं डाल सकते दबाव
योगी यूथ ब्रिगेड के प्रदेश अध्यक्ष अजय तोमर ने बताया कि किसी कर्मचारी को इस तरह से ड्रेस पहनने के लिए दबाव नहीं डाला जा सकता है। शॉपिंग मॉल के कर्मचारियों पर दबाव डाला गया। नौकरी जाने के डर से कुछ कर्मचारियों ने टोपी पहन ली। अमित ने ऐसा नहीं किया तो नौकरी से निकाला गया। इस मामले में कार्रवाई की जानी चाहिए।
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