गोरखपुर न्यूज़: बालासोर हादसे के बाद रेलवे ने संरक्षा को और मजबूत करने के लिए सभी अफसरों को फील्ड की जिम्मेदारी सौंपी है. अब रोजाना एक अफसर को ट्रैक का निरीक्षण करना है. खामियां मिलने पर उसे ठीक कराने की जिम्मेदारी भी उसी अफसर की होगी.
रेलवे बोर्ड ने निर्देश दिए हैं कि रोजाना एक अफसर एक सेक्शन का हर हाल में निरीक्षण करे और उसकी रिपोर्ट संरक्षा विभाग को उसी दिन सौंप दे. बोर्ड के निर्देश के बाद अब रोजाना कार्मिक, वाणिज्य, प्रबंधन, स्टोर, निर्माण समेत सभी 14 विभाग के अफसर बारी-बारी से निरीक्षण कर रहे हैं. घटना के पहले तक एक अफसर को महीने में दो निरीक्षण करना था लेकिन अब इसकी संख्या बढ़ा दी गई है. अफसरों को सिग्नल सिस्टम से लेकर इंटरलॉक, प्वाइंट और संरक्षा से जुड़े सभी बिन्दुओं पर रिपोर्ट करनी है. जांच के दौरान निरीक्षण वाले सेक्शन में कोई भी कमी होगी तो उसे इंगित कर तत्काल से दूर कराना होगा ताकि किसी भी प्रकार की संचलन चूक न होने पाए.
क्या होती है फुट प्लेटिंग
फुट प्लेटिंग के दौरान अधिकारी इंजन के केबिन में लोको पायलटों के साथ चलते हैं. अफसर रास्ते में पड़ने वाले चेक प्वाइंट, खंभों, सिग्नल की स्थिति देखते जाते हैं. रास्ते में पड़ने वाली सभी लोकेशन का आंकलन करते हैं और अगर कहीं भी कोई गड़बड़ी मिलती है तो इसकी रिपोर्टिंग उच्च अधिकारियों का करते हैं.