मांग का अधिकतम अनुमान पार करेगी बिजली, एसी की संख्या बढ़ने से मांग में वृद्धि
लखनऊ न्यूज़: जिस गति से बिजली की मांग बढ़ रही है, आने वाले तीन महीनों जुलाई, अगस्त और सितंबर में बिजली की मांग बहुत अधिक हो जाने के आसार बन रहे हैं. प्रचंड गर्मी का दौर अगले सप्ताह 10 दिन तक जारी रहने की स्थिति में अनुमानित अधिकतम मांग 27775 मेगावाट बिजली की आपूर्ति जून में ही देने की नौबत आ जाएगी. जुलाई से उमस भरी गर्मी पड़ने पर मांग 28500 मेगावाट तक जाने के आसार बनने लगे हैं.
दो साल में बिजली की मांग में 4000 मेगावाट का इजाफा
उ.प्र. पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने इस वर्ष के लिए जो अधिकतम मांग अनुमानित की है, वह 27775 मेगावाट है. इससे पूर्व 2022 में अधिकतम मांग 26589 मेगावाट और 2021 में अधिकतम मांग 22395 मेगावाट रही थी. 2021 के मुकाबले देखें तो बिजली की अधिकतम मांग में 4000 मेगावाट से अधिक वृद्धि हो चुकी है.
नए कनेक्शन, एसी की संख्या बढ़ने से मांग में वृद्धि यूपी में बिजली की मांग बढ़ने के कई कारण बताए जा रहे हैं. पहला कारण राज्य में हर साल लाखों की संख्या में नए कनेक्शन का बढ़ना है. दूसरा कारण नए उद्योगों की स्थापना और तीसरा बड़ा कारण गर्मी सहने की क्षमता कम होने से घरों में एसी की बढ़ती संख्या है. कम कमाई करने वाले उपभोक्ताओं के घरों में भी अब कूलर की जगह एसी दिखने लगे हैं.
कनेक्शन और एसी बढ़ने से मांग में वृद्धि
यूपी में बिजली मांग बढ़ने का पहला कारण हर साल लाखों नए कनेक्शन है. दूसरा उद्योगों की स्थापना और तीसरा बड़ा कारण गर्मी सहने की क्षमता कम होने से एसी की बढ़ती संख्या है. कम कमाई वाले भी अब कूलर की जगह एसी लगाने लगे हैं.