लखनऊ न्यूज़: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने लखनऊ और अमेठी में जब्त की गई पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति और उनके परिवार की संपत्तियों को अपने कब्जे में लिया. इस दौरान ईडी ने संपत्तियों पर अपना बोर्ड लगाया. गायत्री प्रजापति फिलहाल जेल में निरुद्ध हैं. जिला प्रशासन के सहयोग से ईडी की टीम ने लखनऊ की मोहनलालगंज तहसील के मऊ गांव में पूर्व मंत्री के बेटे अनिल प्रजापति के नाम पर खरीदी गई लगभग साढ़े चार बीघे जमीन को अपने कब्जे में लिया. इस जमीन की कीमत लगभग साढ़े चार करोड़ रुपये बताई जा रही है. इसी तरह अमेठी जिले की अमेठी तहसील क्षेत्र स्थित संपत्ति को भी ईडी ने अपने कब्जे में लिया और अपना उस पर अपना बोर्ड लगाया
ईडी की टीम ने गायत्री प्रजापति के पैतृक गांव परसावां में स्थित कृषि योग्य जमीन पर अपना कब्जा प्राप्त किया. परसावां में गाटा संख्या 50 व 59, महमूदपुर में गाटा संख्या 1072 और बहादुरपुर में भी गायत्री प्रजापति की जमीन पर कब्जा प्राप्त किया. इस बोर्ड पर उप निदेशक प्रवर्तन निदेशालय के आदेश के हवाले से लिखा है कि धन शोधन निवारण अधिनियम-2002 (पीएमएलए) की धारा-8(4) के तहत यह संपत्ति प्रवर्तन निदेशालय भारत सरकार के कब्जे में है. इसका किसी प्रकार का अंतरण अवैध होगा तथा अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. तहसीलदार बृजमोहन ने बताया कि ईडी द्वारा बोर्ड लगाने की कार्रवाई की गई है.