मोरना। गांव नंगला बुजुर्ग से तीन माह से लापता ई-रिक्शा चालक की हत्या का पुलिस ने शनिवार को खुलासा कर दिया। पुलिस के अनुसार राज मिस्त्री कफील ने ही रूपये देने से बचने को जमशेद का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी तथा शव को ठिकाने लगा दिया। पुलिस पहले ही अमरोहा जिले से जमशेद की ई-रिक्शा को बरामद कर चुकी है, किन्तु अभी जमशेद का शव बरामद नहीं हो सका है। जिससे परिजनों में रोष बना हुआ है। भोपा थाना क्षेत्र के गांव नंगला बुजुर्ग निवासी ई रिक्शा चालक जमशेद सात मार्च को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था।
परिजनों ने 10 मार्च को गुमशुदगी दर्ज कराते हुए गांव के ही राज मिस्त्री कफील पर गायब करने का भी आरोप लगाया था। 13 मार्च को कफील के कपड़े व मोबाइल गंगनहर पटरी पर मिले थे। परिजनों ने कफील द्वारा आत्महत्या करने की आशंका जताई थी। कई दिनों तक कफील को गंगनहर में तलाश किया गया, लेकिन कोई सुराग नहीं लग सका। 27 मार्च को पुलिस ने अमरोहा जिले के नौगांवा सादात में लापता कफील के दूर के रिश्तेदार के घर से जमशेद की ई-रिक्शा को बरामद किया था। रिश्तेदारों का कहना था कि ई रिक्शा को कफील ही उनके घर पर छोड़कर गया था। ई रिक्शा बरामद होने के बाद जमशेद व कफील के लापता होने के सुरागरसी में पुलिस तेजी से जुट गई तथा एक दिन पुलिस ने लापता कफील को धर दबोचा। कफील द्वारा अपनी आत्महत्या का नाटक करने से वह शक के दायरे में आ गया था।
प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार शनिवार को घटना का खुलासा करते हुए बताया कि कफील ने ई-रिक्शा चालक जमशेद से शादी कराने के नाम पर लगभग 6० हजार रुपये ले रखे थे, लेकिन शादी नही कराई, जिसके बाद जमशेद ने रुपये वापिस मांगने शुरू किए तो आरोपी कफील ने जमशेद को उसकी शादी के लिए लडकी दिखाने के बहाने सिखेडा थाना क्षेत्र के बिहारी गांव के जंगल में ले गया तथा उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी तथा ई-रिक्शा लेकर भाग गया था। पुलिस ने शव को तलाश करने की कोशिश की, लेकिन नहीं मिल पाया। वहीं जमशेद का शव न मिलने से परिजनों में रोष व्याप्त है।