मेरठ में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के पंडित दीनदयाल उपाध्याय छात्रावास में मंगलवार सुबह बीटेक थर्ड ईयर के छात्र प्रशांत पांडे (21) ने मंगलवार को फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। बताया गया कि उसने आत्महत्या से पहले अपनी मां से बात की थी।
बेटे की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
बीटेक के छात्र प्रशांत पांडे की आत्महत्या से पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। मां माधुरी देवी बेटे की आत्महत्या की बात सुनकर बदहवास हो गईं। मां ने बिलखते हुए बताया कि सुबह को फोन आया था। प्रशांत ने मां से कहा था कि सब कुछ ठीक है और मेरा एडमिशन भी हो गया है।
बताया गया कि 16 सितंबर को प्रशांत घर से मेरठ आया था। दाखिले के लिए फीस के एक लाख 20 हजार रुपये भी लेकर आया था।
जानकारी के अनुसार, छात्र की चार विषय में बैक थी, इसके चलते वह डिप्रेशन में था। छात्र की आत्महत्या से गुस्साए छात्रों ने हंगामा करते हुए शव उठाने से इंकार कर दिया।
वहीं, छात्र की मौत पर सीसीएसयू के छात्रों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान छात्र विवि का मेन गेट बंद करके धरने पर बैठ गए। घंटों चले हंगामे के बाद पुलिस ने शव को मोर्चरी भिजवाया। पोस्टमार्टम के बाद छात्र के शव को रिश्तेदार और विवि के कर्मचारी उसके गांव वाराणसी ले गए।
तनाव न हो इसलिए शुरू कराई गईं गतिविधियां
सीसीएसयू के हॉस्टलों में छात्र-छात्राएं तनाव में न रहें इसको लेकर कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला की तरफ से कई नए प्रयास कराए गए। सभी हॉस्टल में छात्र-छात्राओं को खेलों के प्रति जागरूक करके खेल शुरू कराए गए। प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं।
मंगलवार को हुई घटना के बाद कुलपति ने सभी वार्डन से कहा है कि समय-समय पर छात्र-छात्राओं से बात करें। उनको बताएं कि परीक्षा में कम नंबर आ सकते हैं लेकिन मेहनत करके नंबरों को बढ़ाया जा सकता है। ऐसा कदम परिवार को जिंदगी भर का दुख दे देता है। बच्चों में आत्मविश्वास जगाएं।
छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। मौके से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हैंगिंग आया है