बरेली में बारिश से जनपद में 50 प्रतिशत धान की फसल हुई बर्बाद

Update: 2022-10-10 06:10 GMT

बरेली न्यूज़: तीन दिन की बारिश ने जनपद में 50 प्रतिशत धान की फसल बर्बाद कर दी है और आगे भी बारिश अभी रुकने के आसार नहीं हैं। धान की फसल के साथ सब्जियां भी बर्बाद हो गईं। इस मौसम में सब्जियां सस्ती होने की जगह अब महंगी बिकेंगी। गैती पालक, मेथी, धनिया, गोभी, मटर, आलू आदि की फसल भी बर्बाद हुई हैं। इसका किसानों पर बड़ा असर है। आंसू पोंछने की उम्मीद लगाए बैठे किसानों की अब लागत भी नहीं निकलेगी। जिला कृषि अधिकारी धीरज कुमार की ओर से सूचना विभाग ने जारी कर रिपोर्ट में बताया कि जिले में 1.32 लाख हेक्टेयर भूमि में धान की फसल की बुवाई की गई थी। किसानों का कहना है कि 50 प्रतिशत फसल इस वर्षा से बर्बाद हो जाएगी। इसका मतलब है कि 62 लाख हेक्टेयर धान की फसल बर्बाद होगी। धान पतला और मटमैला भी हो जाएगा। इस बर्बादी से आम लोग चावल को इस बार तरसेंगे। उन्हें महंगे में चावल खरीदकर खाना पड़ेगा। जिन किसानों ने आलू के बीज की बुवाई कर दी है तो उनके आलू के बीज सड़ सकते हैं। पानी भरने से खेत में खरपतवार बहुत अधिक जमेंगे जो फसल को भारी नुकसान पहुंचाएंगे। बारिश से धान, तिल, मूंगफली समेत कई फसलों को भारी नुकसान हुआ है।

जिन खेतों में फसलें बिछ गई हैं, उनको ज्यादा नुकसान होगा। धान का दाना पतला तो गन्ने का वजन कम हो जाएगा और चूहे भी बिछी फसलों को नुकसान पहुंचाएंगे। वहीं, मुख्यमंत्री ने फसल बीमा योजना के जरिए किसानों को उनकी फसल के नुकसान का मुआवजा देने का आश्वासन दिया है। जिन किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है, वे 72 घंटे के अंदर बीमा कंपनी को सूचना दें। बीमा कंपनी ने टोल फ्री नंबर 18001035490 भी जारी किया है। बरेली में किसानों की फसलों का बीमा इफको टोक्यो कंपनी ने किया है। इधर जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम और तहसीलदार राजस्व टीमों के जरिए नुकसान का सर्वे करा रहे हैं। राजस्व टीम कृषि विभाग की संयुक्त रिपोर्ट आने के बाद किसानों को उनके नुकसान का मुआवजा दिया जायेगा।

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