आगरा न्यूज़: ताजनगरी में भीषण गर्मी से जानवरों का पारा भी हाई है. कुत्ते, बिल्ली, बंदरों के साथ गाय-भैंस भी आक्रामक हो गए हैं. बीते दिनों साड़ों की लड़ाई में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है. अधिक खपत से जिला अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन भी को खत्म हो गए थे.
कई दिनों से भीषण गर्मी में खाना, पानी और छांव न मिलने से जानवर चिढ़चिढ़े हो गए हैं. आपस में लड़ने के साथ वे दूसरों पर भी हमला करने लगे हैं. आम दिनों में जिला अस्पताल में कुत्ता और बंदर काटे के औसतन 250 मामले आते थे. अब इनका औसत बढ़कर 550 हो गया है. हर रोज यह आंकड़ा 500 से 700 के बीच रहता है. यही कारण है कि बीते को अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन (एआरवी) खत्म हो गए. शासन को मांग भेजी गई, लेकिन उपलब्ध नहीं हो पाए. इसलिए, सामाजिक संस्थाओं से अपील की गई. सत्यमेव जयते ट्रस्ट ने अस्पताल को 3600 डोज दान की हैं. सीएमओ के स्तर से भी करीब 1500 खुराक उपलब्ध कराई गई हैं. इस हिसाब से 10 से 12 दिन काम चल जाएगा. उम्मीद है कि इस बीच शासन से एआरवी की बड़ी खेप मिल जाएगी.
जानवरों से करें बचाव:
● झुंड में जानवर दिखें तो उनके पास से गुजरने से बचें
● सड़कों पर गाय और सांड़ों के झुंड से बचकर चलें
● जानवरों के पास जाकर खाने-पीने की चीजें न डालें
● घर और कालोनियों के बाहर उनके पेयजल का प्रबंध करें
● कुत्ता, बिल्ली, बंदर के काटने पर एआरवी लगवाएं
अभी शासन स्तर से खेप नहीं आई है, लेकिन सामाजिक संस्थाओं और सीएमओ की तरफ से खुराक मिल गई हैं. फिलहाल 10 से 12 दिन काम चल जाएगा. से यथावत एआरवी लगाई जाएंगी. डॉ. अनीता शर्मा, प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल