डॉ.प्रिया शर्मा की बाइक सवार दो लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी, आइये जानते हैं पूरा मामला

रिपोर्ट दर्ज होने के 14 घंटे बाद कर दी हत्या

Update: 2022-06-23 07:45 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिस्ता वेबडेसक |  बिजनौर शहर के पॉश इलाके साकेत में अंग्रेजी की टीचर डॉ. प्रिया शर्मा की बाइक सवार दो लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। एक दिन पहले ही मृतका ने अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उनके पति कमल शर्मा निवासी भटावली मुरादाबाद और एक अज्ञात के खिलाफ पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कराया है।

रिपोर्ट दर्ज होने के 14 घंटे बाद कर दी हत्या

चांदपुर थाने में गुरुवार की शाम 7:25 बजे रिपोर्ट लिखी गई। प्रिया शर्मा ने उत्पीड़न से तंग आकर पति सहित छह ससुरालियों के खिलाफ यह केस दर्ज कराया था। रिपोर्ट लिखे जाने के 14 घंटे बाद ही पीड़िता को गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया गया। अगर दहेज उत्पीड़न के मामले में पहले कार्रवाई हो जाती तो शायद प्रिया शर्मा की जान बच सकती थी। बताया गया कि मृतका प्रिया शर्मा ने तहरीर देकर पति कमल शर्मा निवासी गांव भटावली मुरादाबाद, सास वर्षा रानी, नंद डोली शर्मा, बिचौलिया विमलेश शर्मा, मुमेरे ससुर ब्रज किशोर, ममेरी सास अनीता शर्मा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

आरोप था कि दिसंबर 2017 को शादी होने के बाद से ही दहेज के लिए उत्पीड़न किया जाने लगा। शादी के वक्त दस लाख रुपये का दहेज दिया गया था। बिचौलिया ने झूठ बोलते हुए कमल शर्मा को एक बड़ी कंपनी में प्रबंधक बताते हुए शादी करा दी थी। बिजनौर में स्थित पिता के मकान को बेचकर पैसा लाने की डिमांड की जा रही थी। आरोपी पति दोस्तों के साथ अनैतिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाता था। विरोध करने पर मारपीट करते हुए पीड़िता को जनवरी 2021 में ससुराल से निकाल दिया गया। दस अगस्त को भी पति सहित चार आरोपियों ने चांदपुर स्थित मकान पर आकर पीड़िता के साथ मारपीट की। इस मामले की रिपोर्ट दर्ज होने के 14 घंटे बाद ही आरोपी ने प्रवक्ता की हत्या कर दी।

किसके सहारे जिएंगे हम...

मूल रूप से चांदपुर के मोहल्ला कायस्थान के रहने वाले रिटायर्ड शिक्षक गणेशदत्त शर्मा अपनी पत्नी रुक्मिणी शर्मा के बिजनौर के सुरेंद्र नगर स्थित मकान में रहते हैं। रुक्मिणी भी रिटायर्ड शिक्षक हैं। जनवरी से उनकी बेटी डॉ. प्रिया शर्मा भी पति से विवाद के चलते उनके साथ रह रही थी।

वहीं बेटी प्रिया की हत्या होने के बाद बूढ़ी मां का रो-रोकर बुरा हाल था। बार-बार कह रही थी...अब किसके सहारे जिएंगे हम। बता दें कि प्रिया के इकलौते भाई अभिलाष की मौत एक साल पहले बीमारी के चलते हो गई थी। प्रिया की भाभी अपने छोटे छोटे बच्चों के संग चांदपुर स्थित मकान पर रहती है। बूढ़े मां-बाप के लिए प्रिया ही एक सहारा थी जो कि उनकी देखभाल करती थी।

दस दिन पहले घर में घुसकर बचाई थी जान 

इस हत्याकांड को चौथे प्रयास में अंजाम दिया गया है। इससे पहले भी हत्यारोपी तीन बार जान से मारने की कोशिश कर चुके थे। जिस गली में हत्या हुई, उसी गली में दस दिन पहले भी प्रवक्ता को घेर लिया गया था, उस दौरान महिला ने एक घर में घुसकर अपनी जान बचाई थी।

बताया गया कि एक बार गाड़ी से टक्कर मारने का भी प्रयास किया गया। डरी सहमी टीचर बार-बार रास्ते बदल कर कॉलेज जाती थी, लेकिन हत्यारोपियों ने पीछा करना नहीं छोड़ा | 

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