नहीं रहे डा. भूपेंद्र चौधरी, चिकित्सा जगत में शोक

Update: 2023-07-30 07:38 GMT

मेरठ: शहर के प्रसिद्ध वरिष्ठ न्यूरो फिजिशियन व सर्जन डा. भूपेन्द्र चौधरी का हृदय घात होने से शनिवार की शाम को निधन हो गया। वह 55 वर्ष के थे। दरअसल, भूपेन्द्र चौधरी को पिछले दो माह से लिवर में समस्या चल रही थी, जिसका उपचार दिल्ली स्थित मेदांता हॉस्पिटल में कराया जा रहा था। दोपहर 2 बजे अचानक उनको सांस लेने में दिक्कत हुई, जिसके बाद उन्हें सुशीला जसवंत राय हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उनका बीपी डाउन हुआ और हार्ट फेल हो गया।

करीब एक घंटे तक शहर के बड़े डॉक्टरों की टीम भूपेन्द्र चौधरी को बचाने में जुटी रही, लेकिन करीब तीन बजे डॉक्टरों की टीम ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। डा. तनुराज सिरोही ने बताया कि जिस समय डा. भूपेन्द्र चौधरी को सांस लेने में दिक्कत हुई, तब वो स्टेडियम चौराहे के समीप क्लीनिक पर मरीजों को देख रहे थे। डा. भूपेन्द्र चौधरी खुद गाड़ी चलाकर सुशीला जसवंत राय हॉस्पिटल में पहुंचे। सांस लेने में दिक्कत होने की सूचना डा. तनुराज सिरोही, डा. राजीव अग्रवाल, विनोद अरोरा को दी।

जिसके डॉक्टरों की टीम सुशीला जसवंत राय हॉस्पिटल में पहुंची और उनको उपचार देना शुरू किया, लेकिन अचानक डा. भूपेन्द्र चौधरी का बीपी डाउन होता चला गया, जिसके बाद ब्लड प्रेशर ऊपर नहीं उठ पाया। भूपेन्द्र चौधरी के निधन की खबर से चिकित्सा क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी। हर कोई भूपेन्द्र चौधरी के निधन की खबर से स्तब्ध है। उनके मवाना रोड स्थित डिफेंस कॉलोनी आवास पर शोक व्यक्त करने वालों की भीड़ लग गई। बड़ी संख्या में उनके करीबी परिवार को सांत्वना देने के लिए डिफेंस कॉलोनी स्थित उनके निवास पर जमा हो गये।

डा. भूपेन्द्र शहर ही नहीं, बल्कि पूरे देश के प्रसिद्ध न्यूरो सर्जन थे। वह हावर्ड प्लास्टेड इंटर कॉलेज के सामने क्लीनिक चलाते थे। डा. भूपेन्द्र अपने पीछे पत्नी लीना, पुत्र अंश चौधरी तथा पुत्री प्रगति को छोड़ गए हैं। अंश चौधरी नैनीताल मेडिकल कॉलेज में एमडी की पढ़ाई पूरी कर रहा है तथा पुत्री प्रगति में पुणे में एमडी की पढ़ाई कर रही है। डा. भूपेन्द्र चौधरी के पार्थिव शरीर को दर्शन के लिए घर में रखा गया है तथा उनका अंतिम संस्कार आज सुबह 11 बजे सूरजकुंड स्थित श्मशान घाट पर किया जाएगा।

कई पुरस्कारों से डा. भूपेंद्र चौधरी हुए थे सम्मानित

डा. रामचंद्र मूर्ति रिसर्च अवॉर्ड 2018 से सम्मानित किया गया था। डॉ. भूपेंद्र चौधरी को 2017 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने भी मानद उपाधि बीएससी डायरेक्ट इन साइंस से अलंकृत किया था। डॉ. रामचद्र अवॉर्ड उन्हें न्यूरोलॉली के क्षेत्र में उनके शोध और उल्लेखनीय योगदान एवं चिकित्सा जगत में अर्जित उपलब्धियों के लिए दिया गया था।

एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज से 1986 के बैच में किया एमबीबीएस

डा. भूपेंद्र चौधरी ने एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज से 1986 के बैच में एमबीबीएस किया था। जनवरी 2019 में उनके साकेत स्थित कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम चौराहे के पास क्लीनिक एवं डिफेंस कॉलोनी स्थित उनके आवास पर आयकर विभाग ने छापामारी भी की थी।

चिकित्सा जगत को हुई अपूर्णीय क्षति

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. सुशील गुप्ता का कहना है कि न्यूरो फिजिशियन डा. भूपेन्द्र चौधरी के असामयिक निधन से चिकित्सा जगत को अपूर्णीय क्षति पहुंची है। न्यूरो के क्षेत्र में डा. चौधरी मेरठ की पहचान बन चुके थे।

उन्होंने कहा कि डा. चौधरी मेडिकल कालेज में उनसे चार साल जूनियर थे, लेकिन व्यवहार कुशल और बेहतरीन चिकित्सक होने के कारण सबके प्रिय थे। इसके अलावा वह आईएमए के सक्रिय सदस्य भी थे। आईएमए सदस्य डा. चौधरी के निधन से गमगीन है।

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