पटाखों के शोर-शराबे से डरे कुत्ते अभी तक नहीं उबर सके, मालिकों की मिल रहीं शिकायतें
बरेली। दिवाली पर पटाखों से हुए धूम-धड़ाके से पालतू जानवर अभी तक उबर नहीं पाए हैं। आईवीआरआई के रेफरल वेटनरी पॉलीक्लीनिक में रोजाना लगभग 10-15 पशु मालिक अपने कुत्ते के डरे होने की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। वहीं, आवारा कुत्तों के साथ दिवाली पर की गई शैतानी से भी वह आक्रामक हो गए। यही वजह है कि जिला अस्पताल में भी एआरवी लगवाने वाले की संख्या बढ़ गई है। पिछले एक सप्ताह में लगभग 180 से अधिक लोगों को एंटी रेबीज टीका लगाया जा चुका है। इसमें शुक्रवार को ही 65 लोगों ने वैक्सीन लगवाई।
इस संबंध में आईवीआरआई के प्रधान वैज्ञानिक डा. अभिजीत पावड़े ने बताया कि दिवाली पर पटाखों की आवाज से पालतू पशुओं के डरे होने के मामले में देखने को मिले हैं। ऐसे मामलों में पशु मालिकों को कुत्तों के साथ समय बिताने को लेकर परामर्श दिया गया है।
वहीं, पिछले पांच दिन में लगभग 12 कुत्तों का विभिन्न हड्डी फ्रेक्चर होने की शिकायत पर प्लास्टर भी किया गया। उन्होंने बताया कि कुत्ते व बिल्ली के कान के पास पटाखे की तेज आवाज से उनके अंधे तक होने की स्थिति बन जाती है। ऐसे में डरे हुए पशुओं को रोजाना टहलाने के साथ ही उनके साथ समय बिताने से उनके व्यवहार में परिवर्तन देखने को मिल सकता है।