चिकित्सकों ने दिनोंदिन बढ़ रही गर्मी से अहतियात बरतने की सलाह दी

अस्पतालों में भीड़

Update: 2024-05-15 05:06 GMT

कानपूर: जनपद में दिनोंदिन बढ़ रही गर्मी का बच्चों सहित हर आयुवर्ग के व्यक्तियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगा है. बच्चे उल्टी और दस्त से पीड़ित हो रहे हैं तो वहीं बड़े भी बीमार पड़ रहे हैं. उनकी आंखों में जलन आम बात हो चली है. इन स्थितियों को देखते हुए चिकित्सकों ने अहतियात बरतने की सलाह दी है.

चिकित्सकों के मुताबिक प्रचंड गर्मी में नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति खास तौर पर सतर्क रहने की आवश्यकता है. उनको उल्टी-दस्त की दिक्कत हो तो तुरंत ओआरएस का घोल दें. इसके साथ ही चिकित्सक से सम्पर्क करें. मड़ावरा चिकित्सा अधिकारी अवनीश कुमार ने बताया कि ओआरएस घोल और जिंक टेबलेट दस्त से बच्चों के जीवन की रक्षा करते हैं. बच्चे को हर दस्त के बाद ओआरएस का घोल अवश्य देना है. इसके साथ ही जिंक की गोली चम्मच पीने के पानी अथवा मां के दूध में घोलकर लगातार 14 दिनों तक देने से लाभ होगा. दस्त के दौरान और दस्त के बाद भी मां का दूध और पूरक आहार देते रहें. ओआरएस के पैकेट को लीटर पीने के पानी में घोलकर पिलाएं. जिंक टेबलेट से दस्त की अवधि और तीव्रता कम होती है. यह महीने तक दस्त से सुरक्षित रखता है और लंबे समय तक शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बना कर रखता है. बच्चे को छह माह तक सिर्फ स्तनपान कराना है. इसके बाद वर्ष की आयु तक स्तनपान के साथ साथ पूरक आहार भी देते रहना है. के पहले दिन ओर दूसरे दिन पारा 42 डिग्री तक पहुंच गया. इस कारण आंखों में जलन की समस्या पहले से अधिक बढ़ गयी है. आंख के लगभग 50 मरीज प्रतिदिन अस्पताल पहुंच रहे हैं.

चिकित्सा प्रभारी ने बताया कि गर्मी के मौसम में आंखों में जलन आदि समस्या होना आम बात है. इसकी देखभाल करते रहें. सुबह आंखों को अच्छी तरह से साफ करें.

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