डीएम एस. राजलिंगम से बातचीत रही बेनतीजा, किसानों का धरना जारी
किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे और धरना जारी रहा
वाराणसी: काशी द्वार के विरोध में तहसील पर दिनों से धरने पर बैठे किसानों के साथ डीएम एस. राजलिंगम ने एसडीएम कक्ष में बैठक की. इस दौरान आधे घंटे तक जिलाधिकारी ने किसानों से वार्ता की, लेकिन यह बेनतीजा रही. किसान अपनी मांगों पर अड़े रहे और धरना जारी रहा.
दोपहर करीब डेढ़ बजे डीएम एस. राजलिंगम पिंडरा पहुंचे और धरनारत किसानों को एसडीएम कक्ष में वार्ता के लिए बुलाया. इस दौरान डीएम ने कई तर्क दिए और नियम-कानून बताए, लेकिन किसान मानने को तैयार नहीं हुए. किसान किसी भी कीमत पर अपनी बहुफसली जमीन को देने को तैयार नहीं हुए.
इस दौरान किसानों ने काशी द्वार को जनपद की सीमा पर जौनपुर में या फिर गजोखर गांव में बनाने का सुझाव दिया. किसान मजदूर संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष फतेहनारायन सिंह ने कहा कि यह सब्जी उत्पादक क्षेत्र है. यहां तीन बड़ी मंडियां हैं. हम छोटे काश्तकार हैं. खेती से ही हमारी आजीविका चलती है. डीएम ने किसानों को समझाने का बहुत प्रयास किया, लेकिन योजना रद्द करने के आदेश के सिवाय किसान कोई और बात मानने को तैयार नहीं हुए.
अधिवक्ता लापता बड़े भाई को मैसेज
लखनपुर (मंडुवाडीह) निवासी वर्षीय अधिवक्ता सुरेंद्र पटेल लापता हो गए. उनकी बाइक फुलवरिया के गेट संख्या चार पर लावारिस मिली. उनके मोबाइल से दोपहर में उनके बड़े भाई के मोबाइल पर मैसेज आया था कि ‘बचाओ, मैं 4 नंबर गेट पर हूं’. पुलिस गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करके तलाश में जुटी है. सुरेन्द्र सुबह कचहरी के लिए निकले थे. देर शाम तक घर नहीं पहुंचे तो परिजनों को चिंता हुई. बड़े भाई राजेन्द्र पटेल के मुताबिक मोबाइल देखा तो सुरेंद्र का मैसेज पड़ा था. कॉल करने पर अधिवक्ता का मोबाइल बंद मिला.