BJP की जीत पर मिठाई बांटी: भाजपा समर्थक बाबर को उतारा मौत के घाट, जानें इनके बारे में सब कुछ
कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) समर्थक बाबर अली की पीट-पीटकर हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. बाबर ने बीजेपी के लिए प्रचार किया था और जीत पर गांव में मिठाई बांटी थी. इससे नाराज होकर उसके पट्टीदारों ने जमकर पिटाई की थी. इलाज के दौरान बाबर की मौत हो गई थी.
कुशीनगर के रामकोला थाना क्षेत्र के कठघरहीं गांव के निवासी सूबेदार अली का सबसे छोटा बेटा बाबर अली गांव के अमवा चौराहे पर मुर्गा बेचने का कार्य करता था. बाबर के बड़े भाई रुस्तम अली की मौत 12 साल पहले हो गई थी और दूसरे नंबर का भाई चंदे आलम मुंबई में कपड़ा सिलाई का काम करता है.
पिता व बड़े भाई की मौत के बाद चंदे आलम व बाबर अलग-अलग अपनी घर गृहस्थी चलाते थे. घर में बाबर की मां-पत्नी के साथ एक बेटा व एक बेटी है, जिनकी उम्र क्रमशः 4 व 6 साल है. बाबर का 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की तरफ झुकाव हुआ और भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी का प्रचार करने लगा.
अपनी दुकानदारी से समय निकाल कर बाबर अली बीजेपी के लिए प्रचार करता था, जो बाबर के पट्टीदारों को नागवार लगता था. कई बार दबाव बनाने पर भी बाबर अपने पट्टीदारों की बात नहीं माना और भाजपा का समर्थन करता रहा. 10 मार्च को मतगणना के बाद बाबर ने लोगों को मिठाई खिलाई तो हत्यारोपी पट्टीदारों की खुन्नस और बढ़ गई.
पट्टीदारों ने 20 मार्च को घर में घुसकर बाबर को बुरी मारा पीटा. उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई. बाबर की मौत के बाद उसका परिवार अनाथ हो गया है. बाबर के पास कोई पैतृक जमीन व संम्पत्ति नहीं है. दुकान लगाकर ही बाबर अपना जीवन यापन करता था.
मृतक के भाई चंदे आलम ने बताया कि बाबर ने 10 मार्च को भाजपा की सरकार बनने के बाद गांव में मिठाई बांटी थी. इस वजह से उसके पड़ोसी नाराज थे. इसके बाद 20 मार्च को दुकान से लौटने के बाद बाबर ने 'जय श्रीराम' का नारा लगा दिया. इसके बाद पट्टीदार अजीमुल्लाह, आरिफ, ताहिद, परवेज ने साथियों के साथ उस पर हमला बोल दिया.
मृतक की पत्नी फातमा ने बताया कि पुरुषों के साथ महिलाओं ने भी बाबर को पीटा था. जान बचाने के लिए बाबर अपनी छत पर चढ़ गया, लेकिन वहां भी पड़ोसी पहुंच गए और उसे छत से नींचे फेंक दिया. बाबर को इलाज के लिए रामकोला सीएचसी ले जाया गया, जहां से उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया. लखनऊ में उसकी मौत हो गई.
इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया और अधिकारियों को कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है. घटना के 5 दिन बाद पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. स्थानीय बीजेपी विधायक पीएन पाठक का कहना है कि बाबर की हत्या करने वाला कोई भी नहीं बचेगा, उनकी नस्लें याद करेंगी.