कई पद रिक्त पड़े होने से भी डॉक्टरों में नाराजगी, चिकित्सकों ने दी आंदोलन की चेतावनी
लखनऊ: प्रांतीय चिकित्सा सेवा उ.प्र. की केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक में स्वेच्छाचारी निर्णय किए जाने पर निदेशक (प्रशासन) के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास किया गया. संघ ने कहा कि प्रदेश के चिकित्सकों को बड़े आंदोलन की तरफ भेजा जा रहा है. किसी भी स्तर पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है. चिकित्सकीय हित में कोई निर्णय नहीं लिए जा रहे हैं. शीघ्र ही उचित निर्णय नहीं लिए गए तो संघ पूरे प्रदेश में आंदोलन करेगा.
महानगर स्थित संघ भवन में केंद्रीय कार्यकारिणी की यह बैठक हुई. जिसमें संघ के अध्यक्ष डा. सचिव वैश्य व महासचिव डा. अमित सिंह ने कहा कि शासन की लचर कार्यप्रणाली और चिकित्सकीय हित में कोई भी निर्णय न लिए जाने से चिकित्सकों में आक्रोश है.
हजारों चिकित्सक नई सेवा नियमावली में संशोधन न होने के कारण आने वाले कई वर्षों तक प्रोन्नति से वंचित रहेंगे. विशिष्ट वित्तीय स्तरोन्नयन भी वर्ष 2019 से लंबित है. विभाग में निदेशक, अपर निदेशक और संयुक्त निदेशक के पद रिक्त पड़े हैं.