मेरठ: हाईटेक पुलिस के सामने पांच साल की बच्ची के रहस्यमय ढंग से लापता होने ने कई सवाल खड़े कर दिये हैं। जिस सीसीटीवी कैमरे में बच्ची को एक युवक ले जाते हुए दिख रहा है, उसके बाद आसपास के 150 सीसीटीवी कैमरे में आरोपी युवक नदारद हो गया।
पुलिस ने अब तक 150 सीसीटीवी कैमरे खंगाल लिये हैं और दर्जनों टावरों पर मोबाइल लोकेशन भी चेक कर ली गई, लेकिन पुलिस को एक महीने में कोई भी ठोस क्लू नहीं मिल पाया है। अब हर किसी के जुबान पर बस एक ही बात है कि क्या मानवी को जमीन निगल गई या आसमां खा गया।
न्यू मुल्तान नगर निवासी धीरेंद्र सिंह अरिहंत पब्लिकेशन में ड्राइवर है। उसकी शादी बुलंदशहर के ज्वारगढ़ी निवासी पुष्पा के साथ हुई थी। दंपति की मानवी इकलौती बेटी है। मानवी की मां रात के वक्त किसी अस्पताल में जॉब करती है। पिता धीरेंद्र सिंह ने बताया कि पांच जनवरी को मानवी 10 बजे से पहले सो गई थी और वह साढ़े 10 बजे सो गया था। पत्नी काम पर गई थी। रात दो बजे के करीब जब उसकी नींद टूटी तो उसने देखा कि मानवी बिस्तर से गायब थी।
जब वो बाहर निकला तो बेटी नही मिली। धीरेंद्र ने आसपास काफी तलाश की, लेकिन वो नहीं मिली। चिंता में परेशान पिता ने सुबह पांच बजे थाने को सूचना दी। पुलिस सूचना मिलते ही एक्टिव हो गई और बाटा फोम फैक्ट्री के पीछे के इलाकों में और खाली प्लाटों में बच्ची को ढूंढने के लिए कई टीम लगा दी गई।
कोई चमत्कार ही बेटी को वापस लाएगा क्या?
अपनी लाड़ली बेटी मानवी के आंखों से दूर जाने के बाद से पुष्पा की आंखों के आंसू अब सूख चुके हैं, लेकिन उसका दिल यह मानने को तैयार नहीं है कि उसकी बेटी अब कभी लौटकर नहीं आएगी। अपनी बेटी की तस्वीर को रोज देखना उसका शगल बन गया है। एक महीने में पुष्पा कम से कम 20 से अधिक बार थाने जा चुकी है।
जहां उसको सिर्फ यही आश्वासन मिलता है कि पुलिस ढूंढ तो रही है, अगर तुम लोगों के पास कोई जानकारी हो तो बताना। पुष्पा ने बताया कि घर लौट कर आती हूं तो मानवी का बचपना नहीं दिखता और सूनेपन ने जिंदगी में दुख ही दुख भर दिया है।
पति से कई बार लड़ भी चुकी हूं, लेकिन मानवी का पता नहीं चल रहा। मानवी के पिता धीरेंद्र सिंह की खामोशी भले सवाल खड़ा कर रही हो, लेकिन मानवी का अपहरण हुआ या फिर उसको साजिशन गायब कराया गया। इसका जबाव आने वाला वक्त देगा, फिलहाल पुलिस मनगढ़ंत कहानियों को अनौपचारिक रूप से कहने में लगी हुई है।
सीसीटीवी कैमरे की फुटेज: गायब बेटी को ढूंढने के लिए पुलिस ने जब पीड़ित के घर से 200 मीटर दूर के सीसीटीवी कैमरे को खंगाला तो रात 11 बजे के करीब मानवी घर से निकल कर गली में जाती हुई दिखी। एक बार वो थोड़ा आगे गई इसके बाद वो उस गली की तरफ मुड़ गई जहां धीरेंद्र मकान बनवा रहा था। मानवी फिर लौट कर आई तभी एक युवक मुंह में कपड़ा बांधे हुए आया और मानवी को गोद में आने को कहा। मानवी ने युवक की गोद में आने के लिए हाथ बढ़ा दिए और उसकी गोद में चली गई। युवक मानवी को लेकर निकल गया।
150 सीसीटीवी कैमरे खंगाले: सीओ ब्रह्मपुरी शुचिता सिंह का कहना है कि पुलिस मानवी को ढूंढने के लिये अब तक 150 सीसीटीवी कैमरे खंगाल चुकी है। इसके अलावा पति और पत्नी के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया गया और कई बीटीएस देखे गए, लेकिन कोई भी संदिग्ध नंबर नहीं मिल रहा है। इसके अलावा आसपास के जनपदों के थानों में नोटिस तक लगाए गए, लेकिन अभी तक मानवी का पता नहीं चल पा रहा है।