कानपूर न्यूज़: उमसभरी गर्मी में शहर और आसपास के लोग बीमारियों में जकड़ते जा रहे हैं. एक्यूट डायरिया के चलते बच्ची समेत तीन मरीजों की मौत हो गई, जबकि इन्हीं बीमारियों के शिकार हुए 79 गंभीर मरीजों को 17 घंटे के अंदर हैलट और उर्सला इमरजेंसी में भर्ती किया गया. हैलट इमरजेंसी में बेड फुल होने के बाद कई मरीजों को मेडिसिन वार्ड में शिफ्ट किया. दोनों अस्पतालों की वीकेंड के बाद 4796 मरीज पहुंचे.
एक्यूट डायरिया से शुक्लागंज की आरोही (4) की की दोपहर उर्सला में मौत हो गई. पिता राजेश्वर ने बताया कि बच्ची का पांच दिनों से शुक्लागंज में ही इलाज चल रहा था लेकिन दोपहर में तबीयत अचानक बिगड़ गई. बच्ची को फिर से उल्टियां और दस्त होने लगे थे, यहां पर डॉक्टरों ने कुछ दवाएं दीं और हैलट रेफर कर दिया लेकिन बच्ची ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया. इसी तरह हैलट में चकेरी के मो. फहद (62) और नौबस्ता के आशादत्त सोनिक (71) की मौत हुई. दोनों का बर्रा और नौबस्ता के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था .
इम्युनिटी कमजोर हुई: हालात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हैलट ओपीडी में डॉ.जेएस कुशवाहा और डॉ.आरके सिंह के चैम्बर के बाहर भीड़ जमा रही लेकिन डॉ. कुशवाहा को दिखाने के लिए मरीज चार-चार लाइनें लगाए रहे. आधे से ज्यादा मरीज तो पड़ोसी जिलों के रहे. डॉ. कुशवाहा ने बताया कि गर्मी से बीमारों का अभी यह हाल है, बारिश के बाद क्या होगा, कुछ नहीं कहा जा सकता. लोगों की इम्युनिटी कमजोर हुई है इसलिए लोग जल्द बीमार होने लगे हैं. शाम तक 70 मरीजों को भर्ती किया जा चुका है. उधर, उर्सला के सीएमएस डॉ.शैलेन्द्र तिवारी का कहना है कि संक्रामक बीमारियां अभी से फैलने लगी हैं.