देवसरा की छह में सिर्फ दो परियोजनाओं से मिल रहा पानी

Update: 2023-06-03 10:55 GMT

प्रतापगढ़ न्यूज़: ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए आसपुर देवसरा विकास खंड की छह ग्राम पंचायतों में करोड़ों रुपये की लागत से बनाई गई छह में से सिर्फ दो पेयजल परियोजनाओं से पानी मिल रहा है जबकि चार परियोजनाएं ठप पड़ी हैं. नतीजा इन ग्राम पंचायतों के ग्रामीण भीषण गर्मी में पेयजल के संकट से जूझ रहे हैं.

शासन की हर घर नल योजना के तहत पहले चरण में आसपुर देवसरा की सबसे अधिक पेयजल की समस्या वाली छह ग्राम पंचायतों में जलनिगम की ओर से पेयजल परियोजनाओं का निर्माण कराया गया. घर-घर पानी पहुंचाने के लिए पाइप बिछाकर ग्रामीणों को कनेक्शन दिए गए हैं. इसके बाद भी सिर्फ चिलावां और परहत ग्राम पंचायत के ग्रामीणों को ही पानी की आपूर्ति की जा रही है. शेष धनसार, नचरौला, गोदलपट्टी व महड़ौरा ग्राम पंचायत में अभी भी पहले की तरह पेयजल संकट बरकरार है. ग्रामीण गला तर करने के लिए अगल-बगल के हैंडपंप से पानी लाते हैं. शासन के करोड़ों खर्च होने के बाद भी अफसरों की लापरवाही का खमियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है. कारण जब तक पेयजल परियोजनाओं से पेयजल की आपूर्ति शुरू नहीं की जाएगी, तब तक ग्रामीणों को इस समस्या से राहत मिलने वाली नहीं है.

हर घर नल योजना से बनाई गई छह पेयजल परियोजनाएं ग्राम पंचायत को हैंडओवर की गई हैं. इसमें से दो परियोजनाओं से पेयजल आपूर्ति की जा रही है और ग्रामीणों से प्रति कनेक्शन 20 रुपये महीने वसूली कराई जा रही है. शेष परियोजनाओं का संचालन शीघ्र ही शुरू करा दिया जाएगा.

-रामप्रसाद, बीडीओ

ग्रामीणों के घर के सामने लगी पानी की सूखी टोटियां अफसरों की लापरवाही की गवाही देती हैं. घर के बाहर लगी टोटियों से पानी नहीं निकलने के कारण ग्रामीण अगल बगल के इंडिया मार्का हैंडपंप से पानी लाकर प्यास बुझाते हैं. गोमती नदी के कछार पर बसी ग्राम पंचायत महड़ौरा में पेयजल की समस्या सबसे अधिक है लेकिन यहां भी पेयजल परियोजना से पानी की आपूर्ति नहीं की जा रही है.

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