डिप्रेशन और घरेलू कलह बन रही आत्महत्या की वजह

महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में ज्यादा मिल रहे लक्षण

Update: 2023-09-12 05:05 GMT

इलाहाबाद: कॉल्विन अस्पताल में सिक्योरिटी गार्ड का काम करने वाले एक युवक ने फांसी लगा ली. शाहगंज पुलिस ने बताया कि बलिया जिला निवासी संतोष कुमार पटेल (25) पुत्र भागेश्वरी सिक्योरिटी गार्ड था. पिता और पुत्र दोनों कॉल्विन अस्पताल में काम करते थे. अस्पताल परिसर में ही रहते थे. रात आठ बजे तक संतोष पटेल के पिता भागेश्वरी ड्यूटी थे. संतोष कमरे में सो रहा था. सुबह जब भागेश्वरी कमरे में पहुंचे तो उनका बेटा फांसी के फंदे पर लटका मिला. संतोष तीन भाइयों में बड़ा था. अस्पताल में चर्चा रही कि वह किसी से देर रात तक फोन पर बात करता था. प्रेम प्रसंग के कारण फांसी लगाने की चर्चा है.

डिप्रेशन के यह दो केस मात्र उदाहरण हैं. जिले में आए दिन लोग हताशा-निराशा में आत्मघाती कदम उठा रहे हैं. डॉक्टरों की मानें तो डिप्रेशन के दौर से गुजर रहे हर दूसरे व्यक्ति के मन में सुसाइड करने का विचार आता है. जबकि मानसिक रूप से बीमार हर पांचवां आदमी अपनी जिंदगी से निराश हो चुका है. इसका खुलासा कॉल्विन अस्पताल के राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के लिए आने वाले लोगों की काउंसिलिंग में हुआ है.

इस मानसिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रतिदिन डिप्रेशन के 50-60 मरीजों की काउंसिलिंग हो रही है. इनमें 50 यानी 30 से भी अधिक 15 से 35 साल के युवा हैं. इन मरीजों के मन में सुसाइडल विचार आते रहते हैं. जबकि केंद्र पर इलाज के लिए आने वाले मानसिक रूप से बीमार 100 में 20 मरीज अपने परिजन या दोस्तों से बार-बार जीवन खत्म करने की बात करते हैं. कॉल्विन मानसिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ. राकेश पासवान के अनुसार डिप्रेशन या बीमारी के शिकार 70 फीसदी पुरुष के सापेक्ष 30 महिलाओं के मन में सुसाइडल विचार आते हैं. शादी-विवाह में विलंब, पति-पत्नी के बीच विवाद, पढ़ाई, रोजगार की चिंता और प्यार में धोखा खाने की वजह से युवाओं के मन में नकरात्मक विचार पैदा हो रहे हैं और वह आत्महत्या करने तक की बात करते हैं.

पति ने डांटा तो फंदे

पर लटक गई महिला

खाने में मछली नहीं बनाने पर महिला को पति ने फटकार लगाई तो वह इतनी नाराज हो गई कि फांसी लगाकर जान दे दी. सुबह करेली पुलिस ने फोरेंसिक टीम के साथ जांच की. वहीं महिला के पिता ने ससुरालवालों पर उत्पीड़न और मारपीट का आरोप लगाया है. करेली के सदियापुर निवासी रंजीत निषाद की 11 साल पहले दारागंज की रश्मि निषाद से शादी हुई थी. उसके तीन बच्चे हैं. पुलिस ने बताया कि रंजीत ने पत्नी रश्मि से मछली बनाने के लिए कहा था. उसने रात में मछली नहीं बनाई, जिसके कारण उनके बीच विवाद हुआ. देर रात रश्मि निषाद दूसरी मंजिल पर बने कमरे में फांसी पर लटकी मिली.

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