नोएडा में मिला खतरनाक वेरिएंट डेन-2 स्ट्रेन, अब तक सामने आए 3400 से ज्यादा मामले
उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश में डेंगू तेजी से बढ़ता जा रहा है। अब तक 3400 से ज्यादा मामले सामने आए है और तीन लोगों की मौत हो चुकी है। राजधानी लखनऊ, गाजियाबाद और नोएडा में 1100 से भी अधिक मरीज मिले है। वहीं, नोएडा में डेंगू का खतरनाक वेरिएंट डेन-2 स्ट्रेन पाया गया है। जो काफी घातक है। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग और भी अलर्ट हो गया है। लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
बता दें कि इस बार प्रदेश में भारी बारिश के कारण बाढ़ आई और नदियों में उफान की स्थिति बनी होने की वजह से पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्यादा पनपने का मौका मिला। पिछले साल के मुकाबले इस साल अब तक चार गुना ज्यादा डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं। नोएडा में डेंगू का खतरनाक वेरिएंट डेन-2 स्ट्रेन पाया गया है। जो काफी घातक है। वहीं, इसी हफ्ते हुई भारी बारिश से डेंगू के एडीज मच्छर (एशियन टाइगर) के लिए माहौल और मुफीद हो गया है। डॉक्टर कह रहे हैं कि इस बारिश से डेंगू के मामले सर्दियां शुरू होने के बाद तक आ सकते हैं। जिन जगहों पर बारिश में पानी जमा हुआ है, वहां पर ज्यादा सावधानी की जरूरत है।
जानकारी के मुताबिक, डेंगू का मच्छर सूरज के निकलने के 3 घंटे और सूर्य के अस्त से पहले के तीन घंटों में ज्यादा एक्टिव होता है। यह मच्छर रात में या तेज धूप में ज्यादा एक्टिव नहीं रहता। अगर कोई स्टैंडिंग पोजीशन में हैं, तो यह मच्छर उसे घुटने से नीचे काट सकता है। लेकिन अगर कोई बैठे हुए या लेटी हुई पोजिशन में है तो हाथ और चेहरा पर भी काट सकता है। यह मच्छर घर, ऑफिस और पार्क सभी जगहों पर मिलता है। डॉक्टरों की सलाह है कि घर में या बाहर निकलने पर हाथों-पैरों को पूरी तरह से कवर करके रखें। डेंगू से संक्रमित इंसान को काटकर एडीज मच्छर दूसरे इंसानों तक इस वायरस को पहुंचाता है। डेंगू मच्छर के काटने के बाद करीब 3-5 दिनों के बाद मरीज में डेंगू बुखार के लक्षण दिखाई देते हैं। कई बार बुखार नहीं भी आ रहा है। डेंगू का सबसे अहम लक्षण बुखार है जो 4 से 10 दिन तक रह सकता है। इस बुखार में जोड़ों में दर्द काफी रहता है।