चन्द्रशेखर रावण को दलितों ने दिया जन्मदिन का तोहफा, दलित समाज से मांगी थी खतौली सीट

Update: 2022-12-09 11:14 GMT

मुजफ्पफरनगर: खतौली विधानसभा सीट के दलित मतदाताओं ने गठबंधन प्रत्याशी के पक्ष में मतदान कर आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चन्द्रशेखर रावण को जन्मदिन का तोहफा दिया है। चन्द्रशेखर रावण ने खतौली में जनसभा के दौरान दलित समाज के लोगों से अपने जन्मदिन के तोहफे के रूप में खतौली विधानसभा सीट मांगी थी, जो उन्हें मिल गयी है। सपा-रालोद के गठबंधन को आजाद समाज पार्टी के साथ ने संजीवनी का काम किया है। चुनाव से ठीक पहले आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चन्द्रशेखर रावण द्वारा गठबंधन प्रत्याशी को अपना समर्थन देकर उन्हें आश्वस्त किया था कि इस बार दलित समाज भाजपा के विरोध में तथा गठबंधन के पक्ष में अपना मतदान करेगा।

रावण ने चौधरी जयंत के साथ मिलकर खतौली में एक जनसभा की थी, जिसमें दलित समाज की अच्छी खासी हिस्सेदारी भी हुई थी। जनसभा में रावण ने कहा था कि खतौली विधानसभा उपचुनाव लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल है और इस सेमीफाइनल में दलित समाज को अपनी ताकत का अहसास कराकर फाइनल की पिच तैयार करनी है। रावण ने कहा था कि उसका दिसम्बर में जन्मदिन है और जन्मदिन के तोहफे के रूप में उसे खतौली विधानसभा सीट चाहिए। सभा में मौजूद लोगों ने हाथ उठाकर रावण को यह सीट तोहफे में देना का वायदा किया था। आपको बता दें कि इस चुनाव में बसपा ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था इसलिए बसपा का पारस्परिक वोट बैंक दलित वोट इस बार किसी के फ्री हैंण्ड था।

दलितों के लिए लगतार लड़ाई लड़ने वाले चन्द्रशेखर रावण ने आह्वान किया तो दलित वोट गठबंधन के खेमे में पहुंच गया और परिणाम यह रहा कि गठबंधन प्रत्याशी किसी भी राउंड में भाजपा प्रत्याशी से पीछे नही रहा और चुनाव जीत गया। 2022 के चुनाव की बात करें, तो उस समय बसपा के करतार सिंह भड़ाना लगभग 30 हजार वोट ले गये थे, जिसका फायदा इस बार सीधे-सीधे गठबंधन प्रत्याशी को पहुंचा है।

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