डी फार्मा के छात्र ने खुद का अपहरण कर रची साजिश, जानिए पूरी खबर

Update: 2022-09-19 11:18 GMT

क्राइम न्यूज़: रायबरेली के कुटी मोहल्ला के रहने वाले डी फार्मा के छात्र ने खुद अपने अपहरण की साजिश रची। दो अलग-अलग सिम से बात कर घरवालों से फिरौती की मांग कर रहा था। घंटों परेशान करने के बाद पुलिस व एसओजी की टीम ने जब उसे गौरीगंज के पास बरामद किया तब उसने सारी सच्चाई उगल दी। गलत लत व पैसों के लालच में उसने पूरा ताना-बाना बुना और शातिराना अंदाज में यह साजिश रच डाली। बरामदगी से जहां पुलिस महकमे ने राहत की सांस ली है वही घरवाले यह सोच कर परेशान हैं आखिर उसने ऐसा क्यों किया। पुलिस ने इस शातिर दिमाग के विरुद्ध कार्यवाही की प्रक्रिया प्रारंभ की है। कस्बे के कूटी मोहल्ला का रहने वाला विवेक कुमार पासी पुत्र रामफेर लखनऊ जनपद के मोहनलालगंज इलाके के बिन्दौवा के तिरुपति कॉलेज कॉलेज के डी फार्मा का प्रथम वर्ष का छात्र है। शनिवार की शाम वह अपने दो अन्य दोस्तों के साथ लालगंज मार्ग पर टहलने निकला था। उसने दोस्तों से कहा कि तुम लोग वापस चलो हम थोड़ी देर में आते हैं। इसके बाद विवेक अचानक गायब हो गया और देर रात 9 बजे तक जब घर नहीं पहुंचा तो घरवालों को चिंता हुई। रात 11 बजे के करीब उसके पिता रामफेर के फोन मोबाइल फोन पर एक कॉल आई जिसमें विवेक ने कहा कि पापा हमें बचा लो हमारा अपहरण हो गया है जो लोग हम को लेकर आए हैं वह दो लाख मांग रहे हैं।

फिरौती मांगने की बात कही गई। यह सुनते ही उसके घर वाले परेशान हो उठे। मामले की सूचना बछरावां पुलिस को दी गई। आनन फानन बछरावां पुलिस के साथ एसओजी की टीम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विवेक के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया। रविवार को फिर विवेक के पिता रामफेर के पास फोन आया कि काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस ट्रेन पर पीछे से पांचवे डिब्बे में दो लाख रुपए एक लाल झोले में सीट के नीचे रख दो और विवेक को गौरीगंज से ले जाओ। यह सूचना मिलते ही बछरावां थानाध्यक्ष जगदीश यादव व एसओजी की टीम रायबरेली रेलवे स्टेशन पहुंची जहां पर काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस को लगभग आधा घंटा खड़ी करने के बाद ट्रेन की पूरी जांच की गई। परंतु वहां भी कहीं कुछ सुराग नहीं लगा। पुलिस जब गौरीगंज पहुंची तो वहां पर विवेक पहले से ही अर्धनग्न अवस्था में घूमता हुआ दिखाई पड़ा। उन्होंने बताया कि विवेक से जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना अपराध कुबूल करते हुए बताया कि वह ऑनलाइन जुआ खेलने का आदी है। रुपए ना होने के कारण उसने खुद ही अपहरण की साजिश रची थी। जिससे कि उसको रुपए मिल जाए। उन्होंने बताया कि शातिर दिमाग विवेक अपने पास 2 सिम रखे हुए था। जिसको बदल- बदल कर प्रयोग कर रहा था। इस दौरान वह अपने एक दोस्त से भी मैसेज के जरिए बातचीत कर रहा था।उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले में उसका दोस्त शामिल है कि नहीं इसकी भी जांच की जा रही है विवेक सहित जो भी लोग शामिल हैं उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही कर जेल भेजा जाएगा।

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