इनामी शूटरों का पता लगाने के लिए डी गैंग की मदद

Update: 2023-03-09 08:13 GMT

इलाहाबाद न्यूज़: अपराधियों से ही अपराधियों के बारे में पता लगाने का काम भी शुरू हो गया है. उमेश पाल की हत्या करके फरार हुए शूटरों के बारे में जानकारी लेने के लिए अब पुलिस टीम डी गैंग से जुड़े शूटरों से मदद ले रही है. प्रयागराज से जुड़े छोटा राजन के कई शूटरों का यहां पर आतंक रहा है. कुछ जमानत पर रिहा हैं, जबकि कुछ जेल में बंद हैं. जरायम की दुनिया में सक्रिय रहे अपराधियों से इनपुट मांगा गया है. हालांकि पुलिस का कोई अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है.

उमेश पाल की हत्या के 10 दिन बाद भी मुख्य शूटरों की गिरफ्तारी न होने से पुलिस विभाग की किरकिरी हो रही है. पुलिस अब अतीक के बेटे समेत अन्य शूटरों के बारे में जानकारी लेने के लिए अंडरवर्ल्ड से जुड़े डी गैंग पर काम कर रही है. छोटा राजन गिरोह से जुड़े कई अपराधी यूपी में चिह्नित हैं. इनमें कई प्रयागराज के रहने वाले और कुछ का प्रयागराज से कनेक्शन रहा है. 2006 में हुए मुंबई के चर्चित काला घोड़ा शूटआउट में प्रयागराज के शूटरों का नाम सामने आया था. इनमें अंबेडकर नगर के रहने वाले खान मुबारक, जेल में बंद जफर सुपारी, प्रयागराज के राजेश यादव और बच्चा पासी के साथ ही सुल्तानपुर जिले के आजाद अंसारी उर्फ नाना एक समय कुख्यात थे. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक प्रयागराज की जेल में रहते हुए ही मुंबई के भिवंडी इलाके के केबल कारोबारी संतोष शेट्टी पर फायरिंग करा कर 25 लाख रुपये की रंगदारी मांगने की साजिश रची थी. एसटीएफ ने आजाद उर्फ नाना के तीन साथियों सलीम और शेखू, इंद्रेश और रमेश बिंद को मुंबई से चोरी की गई बोलेरो के साथ गिरफ्तार भी किया था. खान मुबारक, राजेश यादव और बच्चा पासी के साथ ही कई लोग 2006 में हुए मुंबई के चर्चित काला घोड़ा शूटआउट में भी शामिल थे. अब उमेश पाल की हत्या के बाद इन कुख्यात शूटरों से संपर्क करके पुलिस इनपुट मांग रही है. इनके करीबियों से भी पूछताछ की गई है.

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