वाराणसी न्यूज़: कानपुर गोशाला सोसाइटी की जमीनों को कब्जे से जल्द ही मुक्त कराया जाएगा. गाोशाला की संपत्तियों का सीमांकन कराया जाएगा. खाली जमीनों पर श्रीअन्न उगाया जाएगा. यह फैसला आर्यनगर में हुई आमसभा में लिया गया. गोशाला की समस्त परिसम्पत्तियों का सीमांकन कराने का आवेदन व सीलिंग में चली गई भूमि पर भी चर्चा की गई. केंद्र सरकार की मोटा अनाज योजना के तहत गोशाला की खाली पड़ी जमीनों पर उत्पादन करने की योजना बनाई गई. गोशाला सफीपुर में गंगा किनारे खाली जमीन में प्रदेश सरकार की योजना के अनुसार हर्बल प्लांट लगाने का निर्णय लिया गया. तय किया गया कि उप्र खादी ग्रामोद्योग बोर्ड की योजनाओं मैं कानपुर गोशाला सोसाइटी के पंचगव्य अनुसंधान को जोड़ा जाएगा.
यह भी तय किया गया कि ख्यौरा गंगा कटरी में लोहिया मेमोरियल ट्रस्ट को दी गई जमीन की लीज मामले का जल्द निस्तारण किया जाए. जूही गौशाला की जमीन मुक्त कराने की प्रक्रिया भी जल्द पूरी की जाएगी. गोशाला में नई दुधारू गायें भी लाई जाएंगी.
संस्था का वर्ष 2016-17 से 2021-22 तक आय-व्यय का लेखा जोखा प्रस्तुत किया गया. विजय पांडेय ने गायों के रख-रखाओं पर प्रकाश डाला. सोसाइटी के संरक्षक पद पर अधिकतम दस प्रतिष्ठित सदस्यों के मनोनयन का प्रस्ताव आया. सोसाइटी के अध्यक्ष तिलकराज शर्मा को यह नाम तय करने की जिम्मेदारी दी गई.
तिलकराज शर्मा ने भरोसा दिलाया कि कोई भी जमीन बेचने का विचार नहीं है. कोई जमीन अनुपयोगी होगी और बाजार भाव मिल रहे होंगे तो उस पर आम सभा बुलाई जाएगी. सुरेश गुप्ता, काशी प्रसाद शर्मा, सुशील तुलस्यान, पुरुषोत्तम लाल तोषनीवाल, विश्वनाथ कनोडिया, श्रीकृष्ण गुप्ता, नीरज प्रकाश दीक्षित, शेष नारायण त्रिवेदी, रमेश चन्द्र मिश्रा, डा. दिवाकर मिश्रा, विजय प्रकाश माहेश्वरी, रामगोपाल तुलस्यान, विनोद कुमार मुरारका, अनिल अग्रवाल रहे.