नोएडा न्यूज़: नोएडा पुलिस के सामने एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. यहां एक व्यक्ति जिसे गोली लगी, वो नोएडा के फेज-2 से 23.7 किमी दूर गाजियाबाद के भाटिया मोड़ स्थित अपने घर कार ड्राइव कर पहुंचा. इसके बाद उसने बाथरूम में नहाया, फिर स्वेटर बदला और गाजियाबाद के कविनगर थाना क्षेत्र के सर्वोदय अस्पताल में एडिट हो गया. इस मामले में गाजियाबाद और नोएडा दोनों पुलिस पिछले 18 घंटे से असमंजस में है. आखिर पीड़ित ने खुद को गोली मारी या किसी और ने, पूरी कहानी में पुलिस भी चकरा गई है.
नोएडा पुलिस के एडीसीपी विशाल पांडे ने बताया कि घनश्याम वर्मा थाना फेज-2 के नगलाचरण दास से रात करीब आठ बजे अपनी दुकान बंद कर कार में बैठता है. वहां पहले कोई व्यक्ति उसके पास आता है, फायर करता है और गोली मिस हो जाती है. उसके बाद दूसरा कोई आदमी आता है जो फायर करता है और गोली घनश्याम के बांये हाथ में लगती है. गोली ड्राइवर सीट से चली ऐसा बताया गया. इस बात को नोएडा पुलिस ने मानते हुए कहा कि यदि ड्राइवर सीट से गोली चलती तो बाएं नहीं दाएं हाथ पर लगनी चाहिए. घनश्याम ने बताया कि वह सीट चेंज कर रहा था, इसी दौरान गोली लगी.
23.7 किमी ड्राइव कर पहुंचा घर
नोएडा पुलिस के अनुसार घनश्यान गोली लगने के बाद कार स्टार्ट करता है और करीब 23.7 किमी की ड्राइव कर भाटिया मोड़ स्थित अपने घर पहुंचता है. उसे पहुंचने में एक घंटे का समय लगता है. घर पर वह नहाता है और स्वेटर बदलकर नजदीक के सर्वोदय अस्पताल जाता है, वहां डॉक्टर पूछने पर बताता है कि ये घाव गोली लगने का है. अस्पताल की ओर से थाना कविनगर को फोन किया जाता है.
रात 11 बजे नोएडा पुलिस को आया फोन
कविनगर थाने में अस्पताल प्रबंधन की ओर से मामले की जानकारी दी जाती है. वहां पुलिस पहुंचती है और घनश्याम से स्टेटमेंट लेती है. वो बताता है कि नोएडा के नगलाचरणदास में उसे अज्ञात लोगों ने गोली मारी है. इसके बाद गाजियाबाद पुलिस नोएडा पुलिस को रात 11 बजे जानकारी देती है. नोएडा पुलिस एलर्ट में आते ही घनश्याम से मिलने जाती है.
नगलाचरण दास में नहीं देखी किसी ने घटना
एडीसीपी विशाल पांडे ने बताया कि घनश्याम ने गोली लगने की कोई सूचना स्थानीय पुलिस 112 नंबर को नहीं मिली. नगला चरणदास में जाकर छानबीन की गई, वहां इस प्रकार के किसी घटना के बारे में स्थानीय लोगों ने जानकारी होने से इनकार कर दिया. घनश्याम से पूछने पर कि आपने घटना के बाद नोएडा में पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी व नजदीकी अस्पताल यथार्थ आदि में भर्ती क्यों नहीं हुए? इस पर उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया. घनश्याम वर्मा के पुत्र की तहरीर के आधार पर थाना फेस 2 पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस पूरे मामले की जांच की जा रही है.