बस्ती न्यूज़: स्वास्थ्य विभाग का नॉन कम्युनिकेबल डिजीज विभाग युवाओं को नशे से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक कर रहा है. नशे के शिकार युवाओं की काउंसिलिंग कर उन्हें इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताया जाता है. नशा छोड़ने के दौरान होने वाली समस्याओं के समाधान को लेकर सुझाव दिया जाता है. एनसीडी क्लीनिक की टीमें विद्यालयों में जाकर युवाओं को नशे की लत के प्रति आगाह कर रही हैं.
एनसीडी सेल के जिला कार्यक्रम प्रभारी व वित्तीय सलाहकार गौरव शुक्ला ने बताया कि मूवी देखकर व फैशन समझकर युवा वर्ग नशे के करीब जाते हैं. एक बार इसका शिकार होने के बाद वह इसके जाल से नहीं निकल पाते हैं. नशे के आदी को अगर समय पर नशीला पदार्थ नहीं मिलता है तो वह कोई भी कदम उठा सकता है. इसमें अपराध व सामान्य चोरी व घर वालों को प्रताड़ित करना शामिल है. ऐसे लोगों को नशे के प्रति हतोत्साहित करने के लिए कार्यक्रम चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल सहित पांच सीएचसी में एनसीडी क्लीनिक का संचालन किया जा रहा है. जिला अस्पताल में मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. एके दूबे व चिकित्सक डॉ. अनिल कुमार श्रीवास्तव, डॉ. राकेश कुमार, अविनाश सिंह की तैनाती है. इसके अलावा मुंडेरवा, रुधौली, हर्रैया, परशुरामपुर व कुदरहा सीएचसी में भी एनसीडी क्लीनिक का संचालन किया जा रहा है. हर्रैया, कुदरहा व मुंडेरवा में काउंसलर की तैनाती है, जबकि दो शेष जगह पर मौजूद स्टॉफ नर्स काउंसिलिंग का कार्य करती हैं.
रैली निकाल कर कैडेटों ने दिया नशा विरोधी संदेश
बस्ती. शिवहर्ष उपाध्याय किसान इंटर कॉलेज बस्ती के कैडेटों ने अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पर जागरूकता रैली निकाला. एनसीसी ऑफिसर लेफ्टिनेंट जितेंद्र कुमार सिंह शाही के नेतृत्व में केआईसी बस्ती, किसान पीजी कॉलेज और एपीएन पीजी कॉलेज के कैडेटों ने जागरूकता मार्च निकाला. नशा विरोधी जागरूकता रैली किसान कॉलेज से शुरू होकर कंपनी बाग चौराहे होते हुए सिविल लाइन महाराणा प्रताप की मूर्ति तक पहुंची. रैली को संबोधित करते हुए लेफ्टिनेंट शाही ने कहा की अंतरराष्ट्रीय नशा नशीले पदार्थों के खिलाफ और अवैध व्यापार के खिलाफ हर मनाया जाता है. नशीले पदार्थों के बारे में जागरूकता पैदा करने और उनसे संबंधित मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए आयोजन होते हैं. लोगों का ध्यान केंद्रित करने का प्रयास होता है. मुख्य रूप से सीनियर अंडर अफसर विकास यादव, अंडर अफसर कुंदन सिंह, सीनियर अंडर ऑफिसर अंशिका तिवारी, अंडर ऑफिसर सोनमती, कैडेट अंश गिरी, विकास, राम मोहन, आदित्य, शिवांश, हर्षित, बृजेश, वीना बौद्ध, सोनी, साधना, नेहा, आकांक्षा, अलका आदि ने प्रतिभाग किया.