बिजली विभाग में भ्रष्टाचार की होगी जांच, गैरहाजिर अफसरों का वेतन काटने के निर्देश
उत्तरप्रदेश | उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य बिजली विभाग के अफसरों की लापरवाही पर खासे नाराज है. संगम सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान उन्होंने बिजली विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की एंटी करप्शन की टीम से जांच कराने के निर्देश दिए.
बैठक में यह समस्या आई कि बिजली विभाग गरीबों के कनेक्शन काट रहा है. साथ ही सुधार के नाम पर लाखों रुपये का बिल आ रहा है. लोग जाते हैं तो उनका बिल नहीं सुधारा जाता और बाद में बिचौलियों के हस्तक्षेप के बाद बिल में सुधार हो जाता है. यह धनराशि कहां जाती है, इस पर मंत्री नाराज दिखे. उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह घोर अनियमितता है. मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत को निर्देश दिया कि इसकी मॉनिटरिंग व्यक्तिगत करें और गड़बड़ी पाए जाने पर जांच कराएं. इसके बाद जल जीवन मिशन के तहत कनेक्शन न जोड़े जाने और पाइप लाइन में धांधली होने पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि अगर पाइप लाइन बिछाने में गड़बड़ी है तो जांच कराकर एफआईआर दर्ज कराएं.
स्मार्ट सिटी और महाकुम्भ के कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने अफसरों से कहा कि रेलवे व जिला प्रशासन समन्वय बनाकर काम करे. आरओबी के निर्माण में गुणवत्ता के साथ काम कराने और रिंग रोड के काम को प्राथमिकता पर कराने के लिए कहा.. चौड़ीकरण में किसी प्रकार का समझौता न हो, इसके लिए निर्देश दिया. जसरा बाईपास में अनावश्यक विलंब पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की. राम वनगमन व जसरा बाईपास के काम को समय से करने के लिए कहा. गांवों में जन उपयोगी स्थानों पर ओवरहेड टैंक न बनाए जाने के लिए कहा. फाफामऊ व छतनाग में बन रहे विद्युत शवदाह गृह की क्षमता को बढ़ाने, शृंग्वेरपुर में भी विद्युत शवदाह गृह बनाने, दारांगज अंत्येष्टि स्थल में सुविधा बढ़ाने पर विचार मांगे. इस दौरान मेयर गणेश केसरवानी, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीके सिंह, विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी, गुरू प्रसाद मौर्या, प्रवीण पटेल, एमएलसी सुरेंद्र चौधरी, निर्मला पासवान, मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा, प्रभारी डीएम गौरव कुमार, पीडीए उपाध्यक्ष अरविंद चौहान, नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग मौजूद रहे.