नोएडा न्यूज़: नए शैक्षिक सत्र से अभिभावकों पर महंगाई की मार पड़ने वाली है. कॉपी-किताब से लेकर स्टेशनरी तक के दाम 30 फीसदी तक बढ़ गए हैं. कक्षा आठवीं तक के बच्चों का पूरा सिलेबस बीते वर्ष की तुलना में महंगा हो गया है.
ए फोर साइज के कागज में पिछले छह महीने में 28 फीसदी तक तेजी आई है. इसके कारण सामान्य से लेकर ब्रांडेड कंपनियों तक की 60, 120, 180 और 240 पेज की कॉपी के दाम बढ़े हैं. अप्रैल में नया शैक्षिक सत्र शुरू होगा. ऐसे में अभिभावकों को बच्चों के लिए नया सिलेबस लेना होगा. नई शिक्षा नीति (एनईपी) के तहत कंटेंट में बदलाव किया जा रहा है. किताबों पर एनईपी का स्टीकर भी लगाया जा रहा.
इस कारण सत्र 2023-24 के लिए पब्लिक स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा एक से आठवीं तक के छात्रों का पूरा सिलेबस पिछले वर्ष की तुलना में 17 से 30 प्रतिशत तक महंगा हो गया. सेक्टर-22 के सोनू और तान्या बुक डिपो के मालिकों का कहना है कि कीमतों में काफी उछाल आया है. प्रकाशकों और ड्रिस्टीब्यूटर से ही ये सब महंगी आ रही हैं.
कॉपी के दाम बढ़े हैं, जबकि पेज की संख्या बहुत कम हो गई है. 120 पेज की 20 रुपये कीमत वाली कॉपी अब 80 पेज की हो गई है, जबकि कीमत बढ़कर 25 रुपये पहुंच गई. इसी तरह 50 रुपये वाली 200 पेज की कॉपी 120 पेज की हो गई, लेकिन कीमत 60 रुपये पहुंच गई. 30 रुपये वाली रफ कॉपी 70 रुपये में मिल रही है. बीते वर्ष तीन रुपये में मिलने वाले सामान्य बॉल पैन की कीमत चार और पांच रुपये वाला कलम सात में मिल रहा है. ज्योमेट्री बॉक्स तो 120 रुपये से कम कीमत में मिल ही नहीं रहे.