मेरठ: छिपी टैंक स्थित एक जर्जर बिल्डिंग को कुछ प्रॉपर्टी डीलरों ने खरीद लिया। ये बिल्डिंग आरजी कॉलेज से सटी हैं। आरजी कॉलेज की खिड़की और पतनाला यहां ओपन सड़क में उतर रहा था, लेकिन उस आम रास्ते को भी कुछ लोगों द्वारा घेरने का आरोप लगया है। मोहल्ले के लोगों ने शुक्रवार की सुबह मौके पर पहुंचकर इसका विरोध कर दिया, जिसके बाद प्रॉपर्टी डीलर और मोहल्ले के लोगों के बीच तनातनी हो गई।
खूब बहस हुई। लोगों का आरोप है कि पहले से कुछ खाली रास्ता पढ़ा था, जिसकी घेराबंदी करने की प्रक्रिया जबरन की जा रही है। यही नहीं, जब इसका लोगों ने विरोध किया तो मौके पर मौजूद प्रॉपर्टी डीलर और मोहल्ले के लोगों के बीच कहासुनी हो गई। लोगों ने कहा कि मेरठ विकास प्राधिकरण से इसका किसी तरह का मानचित्र स्वीकृत नहीं कराया गया। इसी बीच दीवार का निर्माण कैसे शुरू कर दिया? मेरठ विकास प्राधिकरण के इंजीनियरों की तरफ से इसमें कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
इसको लेकर लोगों ने विरोध कर दिया तथा प्राधिकरण के इंजीनियरों को भी इसकी शिकायत की गई है, लेकिन प्राधिकरण के इंजीनियरों ने इसमें अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। आरोप है कि प्रॉपर्टी डीलर तमाम नियम कायदे कानून को ताक पर रख रहे हैं तथा जबरिया आम रास्ते को छोड़ने की बजाय उस पर कब्जा कर लिया है। इस पूरे प्रकरण की जांच डीएम और मेरठ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक पांडेय से लोगों ने कराने की मांग की है,
ताकि जो अवैध निर्माण किया जा रहा है, उसको रोका जा सके। दरअसल, कुछ लोगों ने चेतन मेडिकल कॉम्प्लेक्स के ठीक सामने एक जर्जर बिल्डिंग खरीदी है। इस बिल्डिंग का मलबा खाली कर दिया गया है। अब नए सिरे से उसकी घेराबंदी करने के लिए दीवार रास्ते में भी लगा दी गई है, जिसको लेकर मोहल्ले के लोगों ने विरोध कर दिया है। इसी को लेकर अब विवाद बढ़ गया है।