ओमप्रकाश राजभर ने पढ़े जिन्ना की तारीफ में कसीदे, बोले- जिन्ना के विचारों को पढ़िए, पत्रकारों पर भी भड़के
वाराणसी: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने विवादित बयान दिया है. राजभर ने कहा, अगर जिन्ना को देश का पहला प्रधानमंत्री बना दिया होता, तो देश का बंटवारा न हुआ होता.
दरअसल, अखिलेश यादव ने एक सभा में जिन्ना को स्वतंत्रता सेनानी बताया था. इसे लेकर काफी विवाद हुआ था. इस बारे में जब ओम प्रकाश राजभर से पूछा गया तो उन्होंने कहा, अगर जिन्ना को देश का पहला प्रधानमंत्री बना दिया होता, तो देश का बंटवारा न हुआ होता. राजभर ने कहा, अटल बिहारी वाजपेई से लेकर लालकृष्ण आडवाणी तक जिन्ना की तारीफ किया करते थे, इसलिए उनके विचारों को भी पढ़िए.
जब इस बारे में और सवाल पूछे गए, तो वे भड़क गए. उन्होंने कहा, जिन्ना के अलावा आप लोग महंगाई का सवाल क्यों नहीं पूछते. यह सारा कुछ भारतीय जनता पार्टी की वजह से हो रहा है. भारतीय जनता पार्टी से हिंदू मुसलमान और भारत-पाकिस्तान हटा दीजिए तो उनकी जुबान बंद हो जाती है.
दरअसल, राजभर की पार्टी ने अखिलेश यादव की पार्टी सपा के साथ गठबंधन का ऐलान किया है. आगामी चुनाव में दोनों पार्टियां साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी. हालांकि, अभी सीटों के बंटवारे को लेकर फैसला नहीं हुआ है.
अखिलेश ने पिछले दिनों हरदोई में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि सरदार पटेल जी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्था में पढ़ कर बैरिस्टर बन कर आए थे. एक ही जगह पर पढ़ाई लिखाई की. वह बैरिस्टर बने उन्होंने आजादी दिलाई अगर उन्हें किसी भी तरह का संघर्ष करना पड़ा होगा तो वह पीछे नहीं हटे.
इस बयान के बाद अखिलेश यादव भाजपा के निशाने पर आ गए थे. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अखिलेश यादव को आतंकवादियों का मददगार तक बता दिया था. वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बयान को 'शर्मनाक' और 'तालिबानी मानसिकता' वाला बताया. इसके साथ ही सीएम योगी ने अखिलेश से माफी मांगने की बात भी कही थी.