एक साल बीतने के बाद भी शुरू नहीं हुआ निर्माण कार्य, बिना बजट के कैसे बनेगा सलावा में खेल विवि
मेरठ: सरधना के सलावा में मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2 जनवरी 2022 को किया था। जिसके लिए 855 करोड़ रुपये का बजट भी निर्धारित किया गया है। पहले चरण के निर्माणकार्य के लिए 50 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया था, लेकिन बजट नहीं मिलने से अभी तक खेल यूनिवर्सिटी का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है।
ऐसे में सरकारों द्वारा 2025 तक यूनिवर्सिटी को तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। मगर एक साल बीतने के बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है तो लक्ष्य कैसे हासिल होगा इसको लेकर सवाल उठ रहे हैं। खेल विश्वविद्यालय की जमीन का जायजा लिया तो बड़ी-बड़ी घास उगी मिली। आसपास के पशुपालक मवेशियों को यहां चराने आते हैं।
सांसद और मंत्रियों की उदासीनता तो वजह नहीं:
खेलों में अपना भविष्य बनाने के लिए खिलाड़ियों को मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय की सौगात मिली थी। इसको लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश-प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए एक उम्मीद जगी है। एक साल से अधिक समय बीतने के बाद भी अभी तक इसका निर्माण कार्य आरंभ नहीं हो सका है। पहले चरण के लिए 50 करोड़ रुपये खेल विभाग व प्रशासन को मिलने थे, लेकिन पैसा नहीं आने से योजना की शुरुआत नहीं हो सकी है।
सरकार के उदासीन रवैये की वजह से काम एक इंच भी आगे नहीं बढ़ा। अब जिन खिलाड़ियों ने खेलों में अपना भविष्य बनाने के सपने देखे है उनके सपनों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। जिन हालातों में खेल विश्वविद्यालय योजना का काम कागजों में चल रहा है उससे तो लगता है 2035 तक भी इसका निर्माण पूरा नहीं हो सकेगा। सलावा में प्रस्तावित खेल विश्वविद्यालय में 1000 सीटों पर दाखिले होंगे।
इनमें से 500 सीटें महिलाओं के लिए होंगी। करीब 700 करोड़ की लागत से 90 एकड़ में तैयार होने वाले विश्वविद्यालय कैंपस में पीजी डिप्लोमा से पीएचडी तक की पढ़ाई होगी। रुड़की आईआईटी को ले-आउट बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। निर्माण शुरू होने से पूर्व कुलपति, रजिस्ट्रार, फाइनेंस कंट्रोलर के पदों पर नियुक्ति होनी है। यहां फुटबाल, हॉकी एस्ट्रोटर्फ, सिंथेटिक ट्रैक, ओलंपिक साइज स्विमिंग पूल, शूटिंग रेंज और साइकिल ट्रैक भी होगा।
टेंडर छोड़ने की चल रही प्रक्रिया:
दो जनवरी 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया गया था। धरातल पर कुछ काम नहीं हुआ है।
जानकारी में आया है कि निर्माण कार्यों के टेंडर छोड़ने की प्रक्रिया चल रही है। -बंटी सोम, ग्राम प्रधान सलावा