लखनऊ न्यूज़: अंसल एपीआई बिल्डर के बाद अब ओमेक्स बिल्डर के भी सरकारी जमीनों पर कब्जे के मामले सामने आए हैं. अंसल एपीआई बिल्डर ने जहां करीब 400 करोड़ की सरकारी जमीनों पर कब्जा कर उन्हें बेच डाला. ओमेक्स का रायबरेली रोड पर 66 करोड़ की जमीन पर कब्जा मिला है. यह जमीन नगर निगम की है. नगर निगम के दस्ते ने जमीन पर हुआ निर्माण ध्वस्त करा दिया. बिजली के खंभे गिरा दिए और बाउंड्रीवाल तोड़ दी.
नगर निगम के अपर नगर आयुक्त डॉ अरविंद कुमार राव ने बताया की ओमेक्स बिल्डर ने कल्ली पश्चिम रायबरेली रोड पर नगर निगम की सरकारी जमीन पर कब्जा कर ओमेक्स मेट्रो सिटी बना दी. उसने नगर निगम की 66 करोड़ की जमीन पर कब्जा कर प्लॉटिंग की है. उन्होंने बताया कि प्रभारी अधिकारी अलंकार अग्निहोत्री, जोनल अधिकारी अजीत राय, नगर अभियंता एससी सिंह तथा कानूनगो सुरेश चंद्र श्रीवास्तव प्रवर्तन टीम के साथ मौके पर पहुंचे.
बिल्डर ने नगर निगम की काफी जमीन पर सड़क बना दी है टीम ने ओमेक्स बिल्डर की तरफ से किया गया पूरा अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिया. अधिकारियों ने बताया कि ओमेक्स बिल्डर ने नगर निगम की काफी जमीन पर सड़क बना दी है. प्लाटिंग कर दी थी. बाउंड्रीवाल बना दी थी. जमीन निगम ने अपने कब्जे में ले ली है. पिछले सप्ताह भी अभियान चलाकर यहां जमीन खाली कराई थी.
बिना आदेश और सूचना के निर्माण ध्वस्त कराया
ओमेक्स बिल्डर का इस मामले में कहना है कि नगर निगम ने बिना किसी आदेश और उन्हें सूचना दिए यहां निर्माण ध्वस्त करना शुरू कर दिया. दूसरे खसरे की सड़क तोड़ दी. कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि उच्च स्तर पर शासन प्रशासन के अधिकारियों से शिकायत की गई है. जिसके बाद नगर निगम की टीम वापस गई. शवदाह भूमि के लिए खसरा संख्या 627 की जमीन चिन्हित की गई है. टाउनशिप का सारा काम नियमानुसार हुआ है.
जिन बिल्डरों, प्रापर्टी डीलरों तथा भू-माफिया ने सरकारी जमीनों पर कब्जे किये हैं उन सभी से खाली कराया जाएगा. इसके लिए अभियान चलाया जा रहा है. अवैध कब्जा कर जमीन बेचने वाले बिल्डरों को छोड़ा नहीं जाएगा.
डॉ. अरविन्द राव, अपर नगर आयुक्त