बेटे के धर्मांतरण का विरोध करने पर कांस्टेबल पति ने पत्नी को छोड़ा
मेरठ (Meerut) में नाबालिग बेटे के धर्मांतरण का विरोध करने पर कांस्टेबल पति ने पत्नी को छोड़ दिया
मेरठ (Meerut) में नाबालिग बेटे के धर्मांतरण का विरोध करने पर कांस्टेबल पति ने पत्नी को छोड़ दिया। पत्नी ने खर्च मांगा तो कांस्टेबल ने जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़ित महिला ने गुरुवार को इस मामले की शिकायत आईजी प्रवीण कुमार के कार्यालय में की। महिला गाजियाबाद के इंदिरापुरम की रहने वाली है। उसका कहना है कि कांस्टेबल पति कोतवाली थाने में तैनात है और फिलहाल ट्रेनिंग पर है।
पीड़िता के मुताबिक उसका दूसरे वर्ग के कांस्टेबल से प्रेम-प्रसंग था। दोनों शादीशुदा थे। इसके बावजूद दोनों ने शादी कर ली। महिला को पहले पति से एक बेटा है। आरोप है कि कांस्टेबल पति ने आठ साल के बच्चे के धर्मांतरण करने की बात कही। उसने इसका विरोध किया। आरोप है कि विवाद बढ़ने पर कांस्टेबल ने महिला से सारे संबंध तोड़कर तीसरी शादी कर लेने की धमकी दी।
इस मामले की शिकायतकरने पर तत्कालीन एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया था। सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया के बाद जांच सीओ मवाना उदय प्रताप सिंह को दी गई। सीओ ने कांस्टेबल के पक्ष में रिपोर्ट लगा दी। इसके बाद एसएसपी ने उसे बहाल कर दिया था। अब महिला ने पुलिस की जांच रिपोर्ट पर भी सवाल उठाए हैं। महिला ने गुरुवार को आईजी रेंज कार्यालय में शिकायत की तो आईजी ने गाजियाबाद पुलिस से मामले की जांच कराने की बात कही।
सात साल उत्पीड़न किया
महिला ने बताया कि कांस्टेबल ने नाम और धर्म गलत बताकर उससे पहले दोस्ती की और फिर शादी कर ली। करीब सात साल तक उसका उत्पीड़न किया है। मेरठ पुलिस ने तीन महीने में अपनी जांच रिपोर्ट लगाकर कांस्टेबल को क्लीनचिट दे दी। उसको इंसाफ नहीं मिला तो वह पुलिस और प्रशासन के अन्य उच्चाधिकारियों से गुहार लगाएंगी।
कांस्टेबल की धमकी की ऑडियो
महिला के मोबाइल में एक ऑडियो है। महिला के मुताबिक, इसमें कांस्टेबल ने धमकी दी है कि तूने मेरा क्या बिगाड़ लिया। अधिकारियों से सस्पेंड कराया तो बहाल हो गया। अब वह तीसरी महिला से शादी करने जा रहा है। धमकी के ऑडियो के आधार पर कांस्टेबल पर मुकदमा दर्ज हो सकता है।