नगर पालिका चेयरमैन के बीच तकरार

Update: 2022-09-27 16:22 GMT
सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी और नगर पालिका चेयरमैन मोहन साहू के बीच तकरार फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रही। विधायक ने सभासदों की शिकायत पर नगर पालिका के स्तर पर निकाले गए टेंडर में शामिल अधिकांश कार्यों को अनुपयोगी बताते हुए डीएम को पत्र लिखकर टेंडर प्रक्रिया निरस्त कराने की बात कही है, वहीं चेयरमैन ने विधायक के आरोपों पर पत्रकार वार्ता बुलाकर अपनी सफाई दी है।
विधायक से जानमाल का खतरा बताने वाले नगर पालिका चेयरमैन मोहन साहू ने एक बार फिर पलटवार करते हुए विधायक को विकास विरोधी करार दे दिया है। डीएम को पत्र लिखकर विधायक ने नगर पालिका के प्रस्तावित टेंडर प्रक्रिया को निरस्त करने की बात कही है, जबकि टेंडर प्रक्रिया में शामिल सभी काम जनहित को देखते हुए और आम जनमानस की मांग पर कराए जाने हैं।
बताया है कि शहर के 31 वार्डों में से 15 वार्डों के काम टेंडर में शामिल हैं, जबकि नगर पालिका ने 15वें वित्त आयोग से शहर में विकास कार्य कराए जाने को लेकर डीएम से अनुमोदन कराकर ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई है। चेयरमैन ने अपने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पालिका बोर्ड के सदस्यों के तत्पर रहने का दावा किया। उन्होंने विधायक पर जनहित में रोड़ा अटकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि जल्द ही बात नहीं बनी, तो वह जनांदोलन करेंगे और जनता के माध्यम से जनता के हित की आवाज बुलंद करेंगे।
उधर, नगर पालिका अध्यक्ष मोहन साहू की पत्रकार वार्ता का काउंटर करते हुए पालिका के 22 सभासदों ने महज ड्रामा करार दिया है। चेयरमैन की पत्रकार वार्ता के तुरंत बाद विपक्षी सभासदों के समूह ने काउंटर करते हुए टेंडर प्रक्रिया में शामिल अधिकतर विकास के कामों उनके व उनके पार्टनर्स की प्लानिंग में बताया है। कहा कि अपने पार्टनरों को लाभ पहुंचाने के लिए नगर पालिका के जरूरतमंद वार्डों को विकास से अछूता रखा गया है।

न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar

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