मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में रामानुजाचार्य की मूर्ति का क‍िया अनावरण

Update: 2022-10-12 08:32 GMT

उत्तर प्रदेश न्यूज़: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को अयोध्या पहुंचे. यहां उन्‍होंने राधाकृष्ण अम्मा जी के मंदिर में रामानुजाचार्य की मूर्ति का अनावरण क‍िया. बुधवार को 11 बजे मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर राम कथा पार्क हेलीपैड पहुंचा. वहां से मुख्यमंत्री ने राधा स्वामी मंदिर गोलाघाट में 12 बजे रामानुजाचार्य की मूर्ति का अनावरण क‍िया. मुख्यमंत्री इसके बाद श्री राम मंत्रार्थ मंडपम में रजत जयंती महोत्सव में शिरकत करेंगे. वहां से राम कथा संग्रहालय पहुंचेंगे.

19 दिन में तीसरी बार अयोध्या आएंगे सीएम: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए अयोध्या काफी महत्वपूर्ण है. वे अयोध्या के सामाजिक, सांस्कृतिक वैभव को लेकर संजीदा हैं. मुख्यमंत्री 19 दिन में तीसरी बार अयोध्या पहुंचे हुए हैं. 23 सितंबर को मुख्यमंत्री हवाई सर्वेक्षण व दीपोत्सव की तैयारी के निमित्त अचानक यहां पहुंचे थे. फिर 28 सितंबर को लता मंगेशकर जी की स्मृति में बने चौक व वीणा के लोकार्पण कार्यक्रम में पहुंचे थे. अब वे बुधवार यानी आज 12 अक्‍टूबर को मुख्यमंत्री अयोध्या पहुंचे हुए हैं. उन्‍होंने इस अवसर पर कहा क‍ि भारत वेदों का अर्थ की व्‍याख्‍या है. संतों का गौरव और मान-सम्‍मान भारत की प्राथम‍िकता है. इस बीच उन्‍होंने कहा यह नया भारत है जो पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में राम मंद‍िर का न‍िर्माण कर रहा है. यहां साधू-संतों के गौरव की अनुभूत‍ि करता है. एक हजार वर्ष पहले रामानुजाचार्य इस धरती पर धर्म का प्रचार-प्रसार करने के ल‍िए अवतर‍ित हुए थे.

दीपोत्सव की तैयारियों की करेंगे समीक्षा: रामकथा संग्रहालय में मुख्यमंत्री दीपोत्सव की तैयारी के संबंध में बैठक करेंगे. वहां जनपद के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए. मुख्यमंत्री 2:05 बजे सरयू अतिथि गृह जाएंगे. वहां आधे घंटे रहने के बाद लखनऊ रवाना हो जाएंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम के मद्देनजर जिलाधिकारी नीतीश कुमार एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा ने कार्यक्रम स्थल व सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया.

सीएम ने की थी घोषणा: दरअसल, 28 सितंबर को मुख्यमंत्री ने रामानुजाचार्य की मूर्ति स्थापित करने की घोषणा की थी. रामानुजाचार्य की 1000वीं जयंती पर राम नगरी में उनकी मूर्ति की स्थापना की गई. रामनगरी में पहली बार जगदगुरु रामानुजाचार्य की प्रतिमा लगाई गई. यह प्रतिमा लगभग चार फीट लंबी है. जो राम जन्मभूमि से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित दक्षिण भारत की शैली पर बने राधा कृष्ण मंदिर (अम्मा जी) में स्थापित की गई है. सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करने वाले जगद्गुरु रामानुजाचार्य का भगवान राम के प्रति प्रगाढ़ स्नेह रहा है. मुगलों के शासनकाल में रामानुजाचार्य ने ही सनातन धर्म की स्थापना की थी. संतों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अयोध्या के प्रमुख चौराहे को रामानुजाचार्य के नाम पर रखने की मांग की थी. इस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया था कि आने वाले वर्षों में वरिष्ठ साधु-संतों के नाम से अयोध्या में चौराहे बनाए जाएंगे.

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